वहीं यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह पर निशाना साधते हुए
लिखा है कि उत्तर प्रदेश के आरोग्य मंत्री का कहना है कि अगस्त के महीने
में बच्चे मरते ही हैं, तो हमारा सवाल है कि अगस्त के महीने में सिर्फ
गरीबों के बच्चे ही क्यों मरते हैं। ये भी पढ़ें - ताना मारने पर बसाया था यह शहर
अगस्त माह में अमीरों के बच्चों के
साथ ऐसा नहीं होता। सामना में इस घटना को स्वतंत्रता की विफलता बताया है।
साथ ही सामना में लिखा है कि गरीबों का दुख और उनकी वेदना राजनेताओं को
झंझोडती नहीं है, यही हमारे स्वतंत्रता की विफलता है।
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