मुंबई। चन्द्र ग्रहण का समय आपके जीवन में चन्द्र ग्रह के शुभाशुभ प्रभाव को स्पष्ट करने में सहायक है, मतलब... चन्द्र ग्रहण के समय के दौरान आपके अनुभव बताएंगे कि चन्द्र आपके लिए कारक है कि अकारक।
चन्द्र ग्रहण के मद्देनजर कोई भी व्यक्ति तीन तरह अनुभव प्राप्त कर सकता है, पहला- बेचैनी, परेशानी, तनाव, नुकसान आदि नकारात्मक अनुभव, परिणाम- आपका चन्द्र ग्रह कारक है, शुभ है, इसलिए चन्द्र की आराधना और चन्द्र से संबंधित वस्तुएं- चांदी, जल, चावल, मोती आदि अपने पास रखने से फायदा होगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दूसरा- शांति, प्रसन्नता, फायदा आदि सकारात्मक अनुभव, परिणाम- आपका चन्द्र ग्रह अकारक है, इसलिए- चन्द्र की आराधना करें और चन्द्र से संबंधित वस्तुएं- चांदी, जल, चावल, मोती आदि का दान करें।
तीसरा- न खुशी, न गम, न लाभ, न हानि, अर्थात- सम अनुभव, परिणाम- आपका चन्द्र ग्रह सम है, इसलिए- चन्द्र की आराधना करें, चन्द्र गोचर के सापेक्ष आपको शुभाशुभ परिणाम प्राप्त होंगे।
वैसे, चंद्र ग्रहण के शुभाशुभ परिणामों को लेकर कई धारणाएं हैं और इन्हीं के सापेक्ष चन्द्र ग्रहण के दौरान, करने या नहीं करने योग्य कार्यों के सुझाव दिए जाते हैं. अपनी आस्था के अनुरूप इनका यथासंभव पालना करें. चन्द्र दर्शन से बचें और इस समय के दौरान अपने इष्टदेव की आराधना करें, किन्तु... भयग्रस्त नहीं रहें, क्योंकि... चन्द्र ग्रहण केवल आभासी स्थिति है, इसलिए चन्द्र ग्रहण का शुभाशुभ प्रभाव केवल मानसिक है।
जिनके चन्द्र कारक है उन्हें अस्थाई मानसिक तनाव, तो जिनके चन्द्र अकारक है, उन्हें अस्थाई राहत मिलेगी, इसलिए अशुभ प्रभाव का डर व्यर्थ है। चन्द्र ग्रहण-काल के जितने नियमों का पालन कर सकें उतना उत्तम है, वहम नहीं पालें। चन्द्र ग्रहण-काल के दौरान ईष्टदेव स्मरण करें... शुभ होगा!
- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर
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