गोंदिया। देश में अदाणी फाउंडेशन महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण काम कर रहा है। फाउंडेशन ने देश की लाखों महिलाओं के जीवन को संवारने में मदद की है। इन्हीं में से एक हैं, महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के तिरोडा तालुका में मौजूद खैरबोदी गांव की रहने वालीं कल्पना चौधरी।
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अदाणी फाउंडेशन ने कैसे आपको सशक्त बनाया, इस सवाल के जवाब में कल्पना चौधरी ने बताया कि उन्होंने मुझे 'संगिनी' नाम से एक प्रोजेक्ट में शामिल किया था। इसके बाद उनकी मदद से मैंने लाह की चूड़़ी बनाने की ट्रेनिंग ली और वो बनाना शुरू किया। उनकी सलाह से मैंने चूड़ियों की दुकान खोली।
अदाणी फाउंडेशन से मिली मदद से जिंदगी में आए बदलाव के बारे में पूछे जाने पर कल्पना ने कहा कि पहले मैं घर के बाहर निकलती नहीं थी पर अब मैं बेझिझक बाहर जाती हूं, मैंने गाड़ी चलाना सीखा, कम्प्यूटर चलाना भी सीखा। मेरे जीवन में बहुत बदलाव आए।
उन्होंने बताया कि उन्हें अपने बच्चों की पढ़ाई में भी अदाणी फाउंडेशन की तरफ से आर्थिक मदद मिली। सामाजिक स्तर पर भी अन्य महिलाओं की तरफ से काफी सम्मान मिलता है।
कल्पना चौधरी ने खुद को सामाजिक स्तर पर मिल रहे सम्मान का श्रेय अदाणी फाउंडेशन को दिया। इसके साथ ही मदद और मार्गदर्शन के लिए कल्पना ने अदाणी फाउंडेशन को धन्यवाद भी दिया। इससे पहले अदाणी फाउंडेशन ने कल्पना चौधरी का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर किया था।
फाउंडेशन ने लिखा था कि कल्पना चौधरी महिला सशक्तिकरण का एक अच्छा उदाहरण हैं। उन्होंने अदाणी फाउंडेशन द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूह के हिस्से के रूप में लाह की चूड़ियां बनाने की कला सीखी। आज, उनकी अपनी दुकान है, जहां वे चूड़ियां और अन्य कॉस्मेटिक सामान बेचती हैं, इस प्रकार अपने सपनों को पंख दे रही हैं।
--आईएएनएस
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