महाकाल मंदिर और शिवलिंग को नुकसान से बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक
याचिका दायर की गई थी। इस याचिका में कहा गया था कि महाकाल पर लगातार जल
चढने, पंचामृत श्रृंगार और कई दूसरी पूजा सामग्रियों से नुकसान हो रहा है।
इस पर सुप्रीम कोर्ट ने महाकाल मंदिर पर अध्ययन कर रिपोर्ट देने के लिए एक
कमिटी का गठन किया था। ये भी पढ़ें - विजेंदर ने पूछा-भैया! आप शादी कब करोगे? राहुल गांधी ने दिया ये जवाब
आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और जियोलॉजिकल सर्वे
ऑफ इंडिया के अधिकारियों की इस एक्सपर्ट कमिटी ने पिछले महीने कोर्ट को
रिपोर्ट सौंपी। कमिटी ने रिपोर्ट में कहा कि मुख्य शिवलिंग और मंदिर परिसर
अब अपने मूल रूप में नहीं हैं। कमिटी ने कहा कि अलग-अलग वजहों से उन्हें
नुकसान पहुंचा है। साथ ही कमिटी ने इसके लिए भारी भीड़ और पूजा सामग्री के
तौर पर इस्तेमाल हो रही कुछ चीजों को भी जिम्मेदार माना।
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