सागर। मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि गरीबी से लडऩे का मूल मंत्र शिक्षा है। बेटियों को पढ़ाएं, क्योंकि पढ़ी हुई बेटियों में स्वास्थ्य, संस्कार और स्वावलंबन की भावना का स्वत: ही विकास होता है।
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राज्यपाल पटेल ने गुरुवार को सागर जिले के गढ़ाकोटा में रहस लोकोत्सव के शुभारंभ करते हुए कहा, ‘‘आजीविका मिशन के माध्यम से महिलाओं के जीवन में बदलाव आया है। वे आर्थिक आत्मनिर्भरता प्राप्त कर रही हैं। उनकी सोच में भी बदलाव आया है।’’
उन्होंने महिलाओं को समझाते हुए कहा कि जीवन में शिक्षा का बहुत महत्व है। शिक्षा ही वह माध्यम है, जिसके द्वारा महिलाएं आसानी से आत्मनिर्भरता प्राप्त कर सकती हैं और गरीबी के चंगुल से मुक्त हो सकती हैं।
राज्यपाल ने सभी माताओं से अपनी बेटियों को पढ़ाने का आग्रह भी किया। उन्होंने कहा कि पढ़ी हुई बेटी दो परिवारों का उद्धार करती है। उन्होंने बाल विवाह और उससे होने वाली समस्याओं से भी उपस्थित महिलाओं को आगाह किया।
गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद महिलाओं की शिक्षा और स्वास्थ्य की ओर विशेष ध्यान दिया गया है। भारत सरकार द्वारा आगामी बजट में प्रत्येक परिवार के लिए पांच लाख की स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया गया है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि गढ़ाकोटा में रहस मेले का आयोजन 214 वर्ष पुराना है। इस मेले को सार्थक बनाने के लिए बुंदेलखंड की कला और संस्कृति के साथ-साथ सामाजिक सरोकार से जोड़ते हुए आने वाले ग्रामीण जनों को शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी उपलब्ध कराया जाएगा।
--आईएएनएस
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