इंदौर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय कहीं भी हों मगर धनतेरस व दीपावली को अपने गृहनगर इंदौर पहुंचना नहीं भूलते और वर्षो से चली आ रही परंपरा के मुताबिक वे अपनी पुश्तैनी दुकान को इस मौके पर संभालना नहीं भूलते। शुक्रवार को भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला जब विजयवर्गीय ने दुकान से सामान बेचा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इंदौर के नंदा नगर में है विजयवर्गीय की पुश्तैनी दुकान। इसे काकाजी की दुकान के नाम से पहचाना जाता है। इस दुकान का संचालन विजयवर्गीय का परिवार बीते छह दशक से ज्यादा समय से कर रहा है। परिवार की आय का जरिया भी यही दुकान रही है। इस दुकान से विजयवर्गीय को खास लगाव भी है।
विजयवर्गीय हर धनतेरस को अपनी पैतृक दुकान पर पहुंचते हैं और आम दुकानदार की तरह सामान की बिक्री करते हैं। यही नजारा शुक्रवार को भी देखने को मिला। उन्होने सामान की बिक्री कर लेन-देन का काम भी किया। विजयवर्गीय बचपन से लेकर जवानी तक इसी दुकान पर बैठा करते थे। धनतेरस को वे विशेष तौर पर दुकान पर बैठते हैं।
--आईएएनएस
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