छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा के इंदिरा नगर स्थित एक प्राइवेट स्कूल में 10 साल की बच्ची के साथ क्रूरता का मामला सामने आया है। आरोप है कि कराटे प्रैक्टिस न करने पर टीचर्स ने बच्ची को इतनी बुरी तरह पीटा कि उसका हाथ फ्रैक्चर हो गया और शरीर पर गंभीर चोटें आईं। बच्ची को फिलहाल छिंदवाड़ा जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती कराया गया है।
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कुंडीपुरा थाना प्रभारी मनोज बघेल ने बताया कि पीड़ित बच्ची तर्बियत (टी) वर्ल्ड मल्टी लैंग्वेज स्कूल में पढ़ती है। बच्ची के पिता ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें कहा गया कि कराटे प्रैक्टिस न करने पर कराटे टीचर पलक यादव और स्कूल की संचालिका आयशा लोधी ने उसे रस्सी से बांधकर पंखे से लटका दिया और बेरहमी से पीटा।
पुलिस ने इस शिकायत के आधार पर तत्काल स्कूल संचालिका आयशा लोधी और कराटे टीचर पलक यादव के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है, हालांकि अब तक दोनों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
स्कूल प्रबंधन का बचाव, बच्ची पर लगाया खुद को चोट पहुंचाने का आरोप
स्कूल की संचालिका आयशा लोधी ने सभी आरोपों को नकारते हुए दावा किया कि बच्ची ने ही खुद को चोट पहुंचाने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि बच्ची का शुरू से ही कराटे सीखने का मन नहीं था, और उसने उस दिन भी कराटे प्रैक्टिस से इनकार कर दिया था। संचालिका का कहना है कि बच्ची ने खुद को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया और इसके बाद पेरेंट्स को बुलाया गया।
साथ ही स्कूल प्रबंधन का दावा है कि बच्ची के शरीर पर रस्सी से बांधने के कोई निशान नहीं हैं और अगर ऐसा कुछ होता, तो पेरेंट्स अगले दिन अपनी छोटी बच्ची को उसी स्कूल में नहीं भेजते।
परिजनों का आरोप- स्कूल प्रबंधन ने धमकाया, शिकायत वापस लेने का दबाव
बच्ची के पिता ने कहा कि स्कूल प्रबंधन ने मारपीट के बाद उन पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया और पैसे देकर इलाज कराने का लालच भी दिया। इसके साथ ही, बच्ची और उसकी छोटी बहन को धमकी दी गई कि अगर इस घटना की जानकारी घर पर दी, तो उन्हें स्कूल से निकाल दिया जाएगा और उनके हाथ-पैर तोड़ दिए जाएंगे।
परिजन इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की गुहार लगाई है।
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