बुरहानुपर। जिला अस्पताल से एक चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है। दो प्रसूताओं के बच्चों को नर्सों की गलती से बदल दिया गया, जिससे अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ। 10 घंटे की कशमकश के बाद जब सच्चाई सामने आई, तब जाकर परिजनों को उनके असली बच्चे सौंपे गए। इस मामले ने अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
ये मामला तब शुरू हुआ जब अस्पताल में भर्ती दो नवजात शिशुओं को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ने पर SNCU वार्ड में ले जाया गया। जब ऑक्सीजन लेवल सामान्य हुआ और बच्चों को लौटाने का वक्त आया, तब गलती हो गई। एक बच्चे के माता-पिता को किसी और का बच्चा सौंप दिया गया और दूसरे को किसी और का। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बच्चों के माता-पिता को शक हुआ और डीएनए की मांग की जाने लगी। जैसे-जैसे समय बीता, अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही उजागर होती गई। इस मामले पर परिजनों ने कड़ा विरोध जताया।
इस पूरे मामले पर जब अस्पताल प्रबंधन से सवाल किया गया, तो ड्यूटी डॉक्टर मौनीष गुप्ता ने भी स्वीकार किया कि यह घोर लापरवाही थी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो, इसके लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं।
लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या यह लापरवाही अस्पताल प्रबंधन के लिए सबक बनेगी? या फिर भविष्य में भी ऐसी घटनाएं होती रहेंगी?
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