बुरहानपुर। जिले में लगातार हो रही बारिश से जहां जननीवन अस्तव्यस्त हुआ हैं, वहीं दूसरी ओर ताप्ती नदी में भी बाढ की स्थिति बन रही हैं। ताप्ती का जहां सामान्य जल स्तर 212 फुट माना जाता हैं वहीं खतरे का निशान 220 फुट पर माना जाता हैं। ताप्ती नदी खतरे के निशान 220 को पार कर चुकी है और वर्तमान में खतरे के निशान से लगभग 10 फिर ऊपर बह रही हैं। वहीं, लगातार जल स्तर में वृद्धि हो रही है। वही जान जोखिम में डालकर युवक लकड़ी पकड़ने का काम कर रहे हैं, इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है।
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक ताप्ती नदी, यानी राजघाट का लाल देवल मंदिर डूबने की कगार पर है यानी जलस्तर 223 मीटर के पास पहुँच गया है। वहीं लगातार ताप्ती का जल स्तर और बढता ही जा रहा हैं। साथ ही उफनती नदी में लकडी पकडने वालों को भी देखा जा रहा है, किंतु यहां होमगार्ड के जवान केवल मूकदर्शक बन देख रहे हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जब इस संबंध में कोतवाली Asi दिनेश सोलंकी से चर्चा की गई तो उन्होने बताया कि ताप्ती का जल स्तर लगातार बढ रहा हैं वहीं हमारे द्वारा लोगों को समझाइश भी की जा रही हैं। लेकिन, कुछ लोग अपने आपको तैराक बताकर पानी में कूदते हैं नहीं मानते। जब पुलिस से नहीं मानते तो किसका ख़ौफ़ होगाा।
शहीद दिवस असम आंदोलन के लिए खुद को समर्पित करने वाले बलिदानियों को याद करने का अवसर : पीएम मोदी
उपराष्ट्रपति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव, कांग्रेस का संवैधानिक संस्थाओं पर सुनियोजित हमला : सुधांशु त्रिवेदी
राइजिंग राजस्थान 2024 - राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर राज्य सरकार दे रही विशेष जोर : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
Daily Horoscope