भोपाल। मध्य प्रदेश में करीब एक सप्ताह पहले शुरू हुआ सियासी ड्रामा जारी है। कमलनाथ सरकार में अपनी अनदेखी से आहत के कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हो गए हैं। पार्टी बदलते ही उन्हें तुरंत ही राज्यसभा का टिकट भी मिल गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
शुक्रवार को सात घंटे के ड्रामे के बाद सिंधिया गुट के 19 विधायकों का बेंगलुरू से भोपाल आना आखिरी समय पर कैंसिल हो गया। सभी 19 विधायकों ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। उन्होंने एमपी के डीजीपी से सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग भी की थी। इन्हें कैंपागौड़ा इंटरनैशनल एयरपोर्ट तक लाया गया था, लेकिन बाद में वे होटल लौट गए।
इससे पहले विधायकों के चार्टर विमान से भोपाल आने की सूचना मिलते ही भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में राजा भोज विमानतल पर पहुंच गए। इस दौरान दोनों ओर से नारेबाजी और धक्का-मुक्की की नौबत आने के बाद हवाईअड्डे पर निषेधाज्ञा (धारा 144) लागू कर दी गई। पुलिस उपमहानिरीक्षक इरशाद वली ने मीडिया को यह जानकारी दी। बताया गया कि निषेधाज्ञा लागू होने के बाद भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को हवाईअड्डे से खदेड़ा गया है। कांग्रेस के बागी और सिंधिया समर्थक 19 विधायक बीते चार दिनों से बेंगलुरू में थे।
इन विधायकों ने पूर्व में अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेजा था। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने 13 विधायकों को हाजिर होने का नोटिस भेजा था। उसी के चलते ये विधायक भोपाल आ रहे हैं। विधायकों के आने की सूचना के चलते भाजपा व सिंधिया समर्थक कार्यकर्ता और कांग्रेस के कार्यकर्ता हवाईअड्डे पर पहुंच गए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद 22 विधायकों ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। इन विधायकों में से 19 बेंगलुरू में हैं। इनके इस्तीफे की मूल प्रति भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभाध्यक्ष एन. पी. प्रजापति को सौंप चुके हैं।
बेंगलुरू गए मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चैधरी, महेंद्र सिंह सिसौदिया के अलावा विधायक हरदीप सिंह डंग, जसपाल सिंह जज्जी, राजवर्धन सिंह, ओपीएस भदौरिया, मुन्ना लाल गोयल, रघुराज सिंह कंसाना, कमलेश जाटव, बृजेंद्र सिंह यादव, सुरेश धाकड़, गिरराज दंडौतिया, रक्षा संतराम सिरौनिया, रणवीर जाटव, जसवंत जाटव के इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष तक भेजे गए। उसके बाद तीन और विधायक बिसाहू लाल सिंह, एंदल सिंह और मनोज चौधरी के भी इस्तीफे आ चुके हैं।
इस बीच, मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ की सिफारिश पर छह मंत्रियों को उनके पदों से शुक्रवार को हटा दिया। राजभवन के एक अधिकारी के अनुसार, राज्यपाल ने मुख्यमंत्री की सिफारिश पर छह मंत्रियों को हटा दिया है। इन छह मंत्रियों में गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया शामिल हैं।
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