नई दिल्ली। मप्र पुलिस ने अमेजॉन ई-पोर्टल के माध्यम से गांजे की आपूर्ति के जिस रैकेट का भंडाफोड़ किया है, उसी मामले में मप्र सरकार ने कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की मांग के अनुरूप एक एसआईटी का गठन किया है। कैट ने इस फैसले का स्वागत करते हुए एमपी सरकार का एक ईमानदार कदम बताया और कहा कि इससे ये पता चलता है कि सरकार इस मामले की गहराई से जांच करेगी। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने इस व्यावहारिक कदम के लिए एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान और एमपी के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा की सराहना कर कहा कि इस पूरे मामले में सबसे अच्छा कदम मनोज कुमार सिंह को एसआईटी का प्रभारी बनाना है जो एसपी भिंड थे, जिनके नेतृत्व में मारिजुआना रैकेट का पता चला था और जांच के दौरान अचानक उनको भिंड से भोपाल स्थानांतरित कर दिया गया था। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
अमेजॉन के अधिकारियों की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया है, जिनको प्राथमिकी में आरोपी के रूप में नामित किया गया है। डॉ मिश्रा ने पहले ही स्पष्ट रूप से कहा था कि, अमेजॉन के अधिकारी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, जिसका अर्थ है कि अमेजन जांच से बच रहा है पर हमारे देश का कानून उन्हें किसी अपवाद की अनुमति नहीं देता है।
--आईएएनएस
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