भोपाल। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन, धरना और प्रदर्शन जारी है। कांग्रेस ने भी इन कानूनों के खिलाफ और किसानों के समर्थन में सड़क पर उतरने का ऐलान किया है। कांग्रेस 28 दिसंबर को ट्रैक्टर ट्रॉली, बैलगाड़ी आदि के जरिए विधानसभा का घेराव कर अपनी ताकत दिखाने की तैयारी में है। राज्य विधानसभा का सत्र 28 दिसंबर से शुरू होने वाला है। यह सत्र तीन दिवसीय होगा। कांग्रेस इस सत्र के दौरान अपनी ताकत दिखाने की तैयारी में है। कांग्रेस ने सत्र के पहले दिन प्रदेश भर के किसानों के साथ मिलकर भोपाल में प्रदर्शन का ऐलान किया है। ट्रैक्टर-ट्रॉली, बैलगाड़ी से आने वाले किसानों के साथ विधानसभा का घेराव किया जाएगा। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ भी बैलगाड़ी पर सवार होकर विधानसभा तक जाने वाले हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा है कि केंद्र सरकार जो तीन कृषि कानून लाई है वह किसानों के खिलाफ है और केंद्र सरकार कुछ उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाना चाहती है। यही कारण है कि किसान लगातार आंदोलन और प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली के सारे रास्तों को किसानों ने बंद कर दिया है। आंदोलन के दौरान किसानों ने शहादत दी दी है। ऐसे शहीद किसानों को नमन।
यादव ने आगे कहा कि केंद्र सरकार के तीनों कानूनों को वापस लिया जाना चाहिए, इसीलिए कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई राजधानी भोपाल में 28 दिसंबर को विधानसभा का घेराव कर कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी। प्रदेशभर के किसानों से आग्रह है कि वे ट्रैक्टर-ट्रॉली, बैलगाड़ी और जो भी साधन उनके पास हैं, उनको लेकर भोपाल पहुंचें।
कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि 27 दिसंबर को कमल नाथ ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक में 28 दिसंबर को होने वाले प्रदर्शन पर चर्चा होगी और विधानसभा सत्र को लेकर रणनीति भी बनाई जाएगी
--आईएएनएस
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