सीधी (मप्र)।मध्य प्रदेश के सीधी जिले में यात्रियों से भरी बस अनियंत्रित होकर नहर में
जा गिरी और गहरे पानी में समा गई है, इस हादसे का शिकार बने अब तक 47
लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। मुख्यमंत्री
शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनो को पांच-पांच लाख की आर्थिक सहायता
देने का ऐलान किया है।
बताया गया है कि सीधी से सतना की ओर जा रही बस में लगभग 54 यात्री सवार थे,
तभी बस रामपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार की सुबह लगभग साढ़े सात बजे बाण
सागर बांध की नहर में अनियंत्रित होने के बाद जा समाई। नहर में पानी बहुत
अधिक होने के कारण बस पूरी तरह पानी में डूब गई। सात यात्रियों को सुरक्षित
निकाल लिया गया। वहीं बाण सागर की ओर से आने वाले पानी को रोके जाने के
बाद जल स्तर कम हुआ, तब बस तक राहत और बचाव दल के सदस्य पहुंच पाए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पुलिस
अधीक्षक पंकज कुमावत ने बताया है कि राहत और बचाव कार्य जारी है, अब तक 47
लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। वहीं सात लोगों ने तैरकर अपनी जान
बचाई।
सूत्रों का कहना है कि इस हादसे की मैजिस्ट्रियल जांच के
आदेश दे दिए गए हैं। मरने वालों में ज्यादातर युवा बताए जा रहे हैं,
क्योंकि वो एक परीक्षा देने जा रहे थे।
वहीं मुख्यमंत्री ने दो
मंत्रियों तुलसीराम सिलावट व रामखेलावन पटेल को सीधी भेजा है। इन दोनों
मंत्रियों ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर सांत्वना दी। चौहान ने इस
हादसे के मद्देनजर राज्य में एक लाख परिवार के प्रधानमंत्री आवास योजना के
तहत होने वाले गृह प्रवेषम कार्यक्रम को निरस्त कर दिया गया। कैबिनेट को भी
स्थगित कर दिया गया। इसके अलावा अन्य कार्यक्रमों को भी स्थगित कर दिया
गया।
मुख्यमंत्री चौहान ने सीधी जिले में सारदा पाटन गांव के पास
नहर में बस गिरने की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए
कहा कि, "यह घटना मेरे लिए अत्यंत दुखद है। मन बहुत व्यथित और दुखी है। सात
व्यक्तियों को रेस्क्यू कर बचा लिया गया है। राहत कार्य लगातार जारी है।
शव नहर से निकाले जा रहे हैं।"
मुख्यमंत्री चौहान ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख की आर्थिक सहायता का ऐलान किया।
पूर्व
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, "प्रदेश में
सीधी से सतना जा रही बस के नहर में गिर जाने की दुखद खबर सामने आयी है। कई
यात्रियों के हताहत होने की जानकारी सामने आयी है। मैं सरकर से मांग करता
हूं कि तत्काल राहत कार्य प्रारंभ कर बस में फंसे यात्रियों को बचाने के
लिये प्रयास हों। पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद की जाए।"
मौके पर
मौजूद भाजपा के विधायक शारदेंदु तिवारी ने बताया है कि, "बाण सागर बांध से
निकली मुख्य नहर है। इस नहर में लगभग 30 फुट पानी होता है। इसी नहर में बस
गिरी है। बस पूरी तरह पानी मंे डूब गई। हृदय विदारक घटना है। बाणसागर बांध
से पानी आपूर्ति रोक दी गई है ताकि बस तक आसानी से पहुंचा जा सके। सात
लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। राहत और बचाव कार्य में एसडीआरएफ का दल
लगा हुआ है।"
सूत्रों का कहना है कि इस हादसे में मरने वालों की
संख्या 47 से भी ज्यादा हो सकती है, ऐसा इसलिए क्योंकि बस पूरी तरह पानी
में डूब गई थी। बाण सागर बांध से पानी की आपूर्ति रोकी गई, तब पानी का
स्तर कम हुआ और बस तक राहत और बचाव दल पहुंच सका। यह बस 32 यात्रियों की
क्षमता वाली थी, मगर इसमें 50 से ज्यादा यात्री सवार थे।
बताया गया
है कि सीधी से सतना जाने वाली बस ने तय रास्ते की बजाय सकरे रास्ते को
चुना, क्योंकि मुख्य मार्ग पर जाम की सूचना मिली थी। इसी दौरान यह बस जब
बाण सागर बांध की नहर के पास से गुजर रही थी, तभी नियंत्रण बिगड़ा और बस
नहर में जा समाई।
--आईएएनएस
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