भोपाल। मध्य प्रदेश में स्कूली शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के मकसद से नित नए आदेश जारी किए जाने के बावजूद हालात सुधर नहीं रहे हैं। विभाग ने अब सभी शिक्षकों को गुरुवार को बाल दिवस के मौके पर नियमित स्कूल आने की शपथ लेने का फरमान जारी कर दिया है। राज्य की स्कूली शिक्षा की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ तक अपनी चिंता जता चुके हैं। इतना ही नहीं उन्होंने विभाग को आवश्यक निर्देश भी जारी किए हैं। उसके बाद से विभाग की ओर से शिक्षकों के लिए लगातार दिशानिर्देशों के जारी किए जाने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में बाल दिवस के मौके पर शिक्षकों के लिए शपथ लेने के आदेश हुए हैं।
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लोक शिक्षण संचालनालय की आयुक्त जयश्री कियावत द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि बाल दिवस के मौके पर शिक्षक शपथ लें। उन्हें क्या शपथ लेनी है, इसका ब्यौरा आदेश के साथ भेजा गया है।
बाल दिवस के मौके पर शिक्षकों को यह शपथ लेना होगा कि वे "बाल हित में शिक्षा में अपना संपूर्ण योगदान देंगे, विद्यालय के विद्यार्थियों के प्रति सदैव समर्पित रहेंगे, नियमित रूप से और नियमित समय पर शाला आएंगे, प्रतिदिन पूरी तन्मयता और नियत रूप से अध्यापन करेंगे। साथ ही विद्यार्थियों की कॉपी नियमित जांच कर सुधारात्मक कार्य करेंगे। इसके अलावा बच्चों की गुणवत्तायुक्त शिक्षा एवं संपूर्ण व्यक्तित्व विकास के निर्माण के लिए निरंतर प्रयास करेंगे। शाला को आदर्श शाला के रूप में विकसित करने में अपना योगदान देंगे।"
राज्य के स्कूली शिक्षा विभाग में यह पहला मौका है, जब शिक्षकों को अपने काम को पूरी तन्मयता और समर्पित भाव से करने की शपथ दिलाई जा रही है।
आयुक्त कियावत का कहना है कि स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए शिक्षकों को बाल दिवस के मौके पर शपथ दिलाई जाएगी।
--आईएएनएस
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