नई दिल्ली। मध्य प्रदेश कांग्रेस में राज्य प्रमुख पद के लिए नवनिर्वाचित विधायक और अनुभवी आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया का नाम सामने आने से प्रदेश की राजनीति ने एक नया मोड़ ले लिया है। सूत्रों के अनुसार, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पिछले सप्ताह वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से मुलाकात कर भूरिया के नाम पर जोर दिया, जिन्होंने हाल ही में झाबुआ विधानसभा उपचुनाव जीता है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पूर्व केंद्रीय मंत्री भूरिया को दिग्विजय सिंह का करीबी बताया जाता है। कमलनाथ सरकार में वरिष्ठ मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के अध्यक्ष पद के लिए भूरिया के नाम की खुलेआम वकालत की है। घटनाक्रम को भांपते हुए कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया से मुलाकात की। बैठक के बाद नए एमपीसीसी प्रमुख की नियुक्ति के संबंध में कोई भी निर्णय अभी के लिए टाल दिया गया है।
सिंधिया ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था, जो कि अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है। वह अपने गृह राज्य मध्य प्रदेश में अधिक समय बिता रहे हैं। गोविंद सिंह राजपूत और उमंग सिंघार जैसे उनके करीबी सहयोगी एमपीसीसी प्रमुख के पद के लिए सिंधिया के नाम का प्रचार कर रहे हैं।
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