भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने कर्नाटक की तर्ज पर भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाने की कोशिशें तेज कर दी हैं और उसके लिए उज्जैन के महाकाल लोक में तूफान और आंधी में क्षतिग्रस्त हुई मूर्तियां बड़े हथियार के तौर पर उसके हाथ लग गई है। कांग्रेस निर्माण कार्यों में राज्य में भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी के खुले तौर पर आरोप लगा रही है।
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उज्जैन के महाकाल परिसर में करोड़ों की लागत से महाकाल लोक बनाया गया है। इस भव्य महाकाल लोक में प्रतिमाएं भी स्थापित की गई हैं। रविवार को तेज आंधी और तूफान में सप्तऋषियों की प्रतिमाओं में से छह प्रतिमाएं पेडेस्टल से नीचे गिर गई और क्षतिग्रस्त हो गई। इसके बाद से कांग्रेस भाजपा की सरकार पर तमाम आरोप लगा रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव का कहना है कि महाकाल लोक में भ्रष्टाचार की पोल सबके सामने खुल गई, इसी तरह पन्ना के जुगल किशोर मंदिर के निर्माण में भी भारी भ्रष्टाचार की खबरें आ रही हैं। शिवराज ने एक सप्ताह पहले सार्वजनिक मंच से कार्यवाही करने की घोषणा की थी, मगर 50 फीसदी कमीशन के चक्कर में अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह काफी अर्से से राज्य में भ्रष्टाचार होने के आरोप लगा रहे हैं और उन्होंने यहां तक कहा कि सब इंजीनियर से लेकर मंत्री और मुख्यमंत्री तक को कमीशन दिया जाता, आठ जगह ऐसी हैं जहां करप्शन के प्रकरण आते हैं और पूरी तरह से इस तरह का भ्रष्टाचार होता है, आप किसी से पूछ लेना कि 40 प्रतिशत या 50 प्रतिशत कमीशन दिया जाता है।
महाकाल लोक की घटना के बाद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया है जय महाकाल ठीक उसी शुभ दिन सप्तऋषि की मूर्ति खंडित हुई जब सब तरफ जय कार थी। हिंदू मान्यता के अनुसार खंडित मूर्ति को नहीं रखा जाना चाहिए, अब देखना होगा कि सरकार इन मूर्तियों की रिपेयरिंग कराती है या नई मूर्तियां स्थापित करती है।
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महाकाल लोक की प्रतिमाएं क्षतिग्रस्त होने के मामले में कहा है कि प्राकृतिक आपदा की स्थिति में जहां तेज आंधी तूफान में तीन लोगों की मृत्यु हो गई, वहीं कुछ लोग घायल हुए हैं। महाकाल लोक में 155 प्रतिमाएं हैं जिनमें से छह प्रतिमाएं खंडित हुई हैं, वहीं कांग्रेस प्रदेश के लोगों के साथ खड़े होने की बजाय राजनीति कर रही है और बिना किसी तथ्य को सामने रखें भ्रम फैलाने का काम कर रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले भ्रष्टाचार को एक बड़ा मुद्दा बनाना चाहती है। निर्माण कार्यों में कमीशन खोरी के कांग्रेस की ओर से लगातार आरोप लगाए जा रहे हैं और कहा जा रहा है कि प्रदेश में कोई भी काम बगैर रिश्वत या भ्रष्टाचार के नहीं होता ऐसे में महाकाल लोक की घटना कांग्रेस के हाथ एक बड़ा हथियार है। यही कारण है कि कांग्रेस आक्रामक है और भ्रष्टाचार व कमीशन के आरोप तेजी से लगा रही है।
--आईएएनएस
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