भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के 13 जिलों की 110 तहसीलों को
सूखाग्रस्त घोषित कर दिया है। आगामी 17 अक्टूबर को सरकार फिर से सूखा
प्रभावित तहसीलों की समीक्षा करेगी। प्रमुख सचिव राजस्व अरुण पाण्डेय ने
बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि, 13 जिलों की 110 तहसीलों को सूखा
प्रभावित घोषित किया गया है। इन इलाकों में जिला अशोकनगर की सात, भिण्ड की
आठ, छतरपुर की 11, दमोह की सात, ग्वालियर की पांच, इंदौर की पांच, पन्ना की
नौ, सागर की 11, सतना की 10, शिवपुरी की नौ, सीधी की सात, टीकमगढ़ की 10
और विदिशा की 11 तहसीलों को सूखा प्रभावित घोषित किया गया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आधिकारिक
जानकारी के मुताबिक अशोकनगर जिले की अशोकनगर, चंदेरी, ईसागढ़, शाढोरा,
मुंगावली, पिपरई, नई सराय। भिण्ड जिले की भिण्ड, गोहद, लहार, मेहगाँव, रोन,
मिहोना, अटेर, गोरमी। छतरपुर जिले की छतरपुर, नौगांव, राजनगर, लौड़ी,
गौरिहार, बड़ा मलहरा, विजावर, बकस्वाहा, चंदला, घुवारा, महाराजपुर। दमोह
जिले की दमोह, बटियागढ़, हटा, जवेरा, पथरिया, तेन्दुखेड़ा, पटेरा। ग्वालियर
जिले की ग्वालियर, डबरा, भितरवार, चीनोर, घाटीगाँव। इंदौर जिले की इंदौर,
महू, देपालपुर, सांवेर, हातोद तथा पन्ना जिले की पन्ना, अजयगढ़, गुनौर,
पवई, शाहनगर, रैपुरा, अमानगंज, देवेन्द्र नगर और सिमरिया तहसील को सूखा
प्रभावित घोषित किया गया है।
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