तिरुवनंतपुरम।
केरल के प्रसिद्ध सबरीमला मंदिर में सुप्रीम कोर्ट ने सभी उम्र की महिलाओं
का प्रवेश को लेकर बरसों पुरानी परंपरा को तोड दिया। सुप्रीम कोर्ट के इस
फैसले के बाद दो महिलाओं ने साल की शुरुआत में इतिहास रच दिया था, जब तमाम
विरोधों के बावजूद उन्होंने मंदिर में प्रवेश कर भगवान अयप्पा के दर्शन
किए। हालांकि इसे लेकर उनका भारी विरोध हुआ और मंदिर को ‘शुद्धिकरण’ के लिए
दो घंटे तक बंद भी रखा गया। खुद पर हमले की डर से ये महिलाएं अब तक अपने
घरों से दूर रह रही थीं। इनमें से एक कनकदुर्गा जब अपने घर पहुंचीं, तो
उनकी सास ने ही उनकी पिटाई कर दी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कनकदुर्गा पर उनकी सास ने लकड़ी की
बेंत से हमला कर दिया, जिससे उन्हें सिर में गंभीर चोट आई। उन्हें अस्तपाल
में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। माना जा रहा है कि उनकी
सास मंदिर में उनके प्रवेश से नाराज थीं।
सरकारी कर्मचारी कनकदुर्गा ने 2
जनवरी को बिंदू नाम की एक अन्य महिला के साथ सबरीमला मंदिर में प्रवेश किया
था, जिसके बाद केरल में खूब बवाल हुआ था। इसके विरोध में हुए प्रदर्शनों
के दौरान एक व्यक्ति की जान भी चली गई थी।
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