तिरुवनंतपुरम। सख्त कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए, वार्षिक दो महीने के सबरीमाला सीजन के शुरू होने के बाद पहले सप्ताह के अंत में, लगभग 9,000 श्रद्धालु भगवान अयप्पा के दर्शन के लिए उनके मंदिर पहुंचे। मंदिर के अधिकारियों द्वारा प्रदान आंकड़े के अनुसार, यह संख्या बहुत कम है क्योंकि पिछले साल इसी अवधि में तीन लाख तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
त्रावणकोर देवसोम बोर्ड ने 16 नवंबर को तीर्थयात्रियों के लिए मंदिर के दरवाजे खोल दिए।
मंदिर के अधिकारियों ने बताया कि जब से कोविड के नियमों को अमल में लाया गया..आठ महीने पहले, दैनिक श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या घट गई।
वर्तमान के कोविड मानदंडों के अनुसार, यह निर्णय लिया गया था कि चल रहे त्यौहारी मौसम के दौरान, कार्य दिवसों (सोमवार से शुक्रवार) पर केवल 1,000 तीर्थयात्रियों को अनुमति दी जाएगी जबकि शनिवार और रविवार को 2,000 की दर्शन की अनुमति दी जाएगी।
यह भी बताया गया कि पिछले सत्रों में जब दैनिक संग्रह 3 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था, इस बार दैनिक संग्रह घटकर 10 लाख रुपये हो गया है।
दो महीने लंबा वार्षिक उत्सव पिछले सप्ताह शुरू हुआ और सबसे महत्वपूर्ण मकरविलकु दिवस 14 जनवरी, 2021 को मनाया जाएगा।
सभी तीर्थयात्रियों को वर्चुअल क्यू सिस्टम में पंजीकरण करना होगा। इस बार तीर्थ यात्रा के लिए आने वाले सभी तीर्थयात्रियों को अपने साथ कोविड नेगेटिव प्रमाण पत्र लेकर आना होगा और परीक्षण उनके आगमन के 24 घंटे के भीतर किया होना चाहिए।
---आईएएनएस
Politics At Peak : अमेठी में कांग्रेस नेता सुबह भाजपा में गए, शाम को घर वापसी
वोटिंग ऑफर : अंगुली पर लगी नीली स्याही दिखाकर दो दिन 50 प्रतिशत तक की छूट ले सकेंगे मतदाता
भाजपा उम्मीदवारों को जनता समझती है, वोट की चोट से देगी जवाब : दिग्विजय चौटाला
Daily Horoscope