तिरुवनंतपुरम । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा संयुक्त रूप से किए गए देशभर में छापेमारी के बाद पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कई शीर्ष नेताओं को हिरासत में लिया गया। इस कार्रवाई के खिलाफ पूरे केरल में विरोध प्रदर्शन हो रहे है। जानकारी के मुताबिक, राज्य में करीब 50 जगहों से शीर्ष नेताओं समेत पीएफआई के करीब 100 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
केंद्रीय एजेंसियों ने केंद्रीय बलों की मदद से सुबह करीब 4 बजे छापेमारी शुरू की। हैरानी की बात यह है कि केरल पुलिस को इस कार्रवाई से दूर रखा गया।
ईडी जहां मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले की जांच कर रही है, वहीं एनआईए पीएफआई नेताओं से आतंकवाद से जुड़े एक मामले में पूछताछ कर रही है।
जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनमें चेयरमैन ओएमए सलाम, नसरुद्दीन एलमारम, पी. कोया और कई अन्य शामिल हैं।
छापेमारी और हिरासत के विरोध में पीएफआई के नाराज कार्यकता सड़कों पर उतर आए। पीएफआई के एक शीर्ष पदाधिकारी ए.अब्दुल सथर ने इसे मुसलमानों के खिलाफ 'आरएसएस एजेंडे' का एक हिस्सा करार दिया।
सथर ने कहा, "हम केंद्र के इस कार्रवाई का कड़ा विरोध करते हैं और अधिकारियों को चेतावनी देते हैं कि अगर हिरासत में लिए गए हमारे नेताओं को रिहा नहीं किया गया तो हम चुप नहीं बैठेंगे। हम कोई बड़ा कदम उठाएंगे। उसमें शुक्रवार को 'केरल बंद' का आह्वान करना शामिल है।"
तिरुवनंतपुरम, कोझीकोड, मलप्पुरम और पलक्कड़ में छापेमारी की गई।
सलाम के बेटे, जिसने गिरफ्तारी का विरोध किया, उन्हें केंद्रीय बलों द्वारा बल प्रयोग करके स्थानांतरित कर दिया गया।
इस बीच, रिपोर्ट द्वारा संकेत दिया जा रहा है कि हिरासत में लिए गए शीर्ष नेताओं को दिल्ली समेत कुछ स्थानों पर ले जाया जा रहा है।
--आईएएनएस
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