कोच्चि। संकटग्रस्त सूडान से गुरुवार को लौटे परिवारों के लिए सुरक्षित स्वदेश पहुंचना खुशी का क्षण था, लेकिन साइबेला अल्बर्ट और उनकी बेटी के लिए जिंदगी ठहर सी गई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
साइबेला अल्बर्ट के पति अल्बर्ट ऑगस्टाइन की खार्तूम में अर्धसैनिक बलों और सूडानी सेना के बीच संघर्ष में मौत हो गई थी।
वह अपनी बेटी और पति के साथ खार्तूम में छुट्टियां मनाने गई थी, तभी गोलीबारी शुरू हो गई।
जब वह अपने मोबाइल फोन पर बात कर रहा था, तब वह एक गोली का शिकार हो गया।
ऑगस्टाइन सात महीने पहले एक सुरक्षा अधिकारी के रूप में खार्तूम में एक निजी कंपनी में शामिल हुआ था।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, उसके शव को जल्द ही एयरलिफ्ट किए जाने की उम्मीद है।
बचाए गए लोगों ने कहा कि अगर यह भारत सरकार के प्रयास और समय पर दी गई मदद नहीं होती, तो वे वापस नहीं लौट पाते।
तिरुवनंतपुरम पहुंचे एक परिवार ने कहा, हम वहां 18 साल से हैं और ऐसा पहली बार हो रहा है। हमें स्थानीय समुदाय से भी मदद मिली। हम बेहद खुश हैं कि भारत सरकार ने तेजी से कार्रवाई की।
आने वाले दिनों में और भी केरलवासियों के आने की उम्मीद है।(आईएएनएस)
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