नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में बुधवार और गुरुवार को आंधी, तूफान, भूस्खलन और बाढ़ के हालात हैं। यूपी में जहां कई जिलों में तूफान ने आफत मचा दी वहीं दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में धूलभरी आंधी लोगों के लिए मुसीबत साबित हुई। राजस्थान में आई धूलभरी आंधी से दिल्ली एनसीआर के कई इलाके धूलमय हो गई। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दिल्ली में सडक़ों पर जमी धूल, मशीनों से होगी सफाई
दिल्ली में सडक़ पर इतनी धूल जम गई है कि कई इलाकों में अब मशीनों से सफाई करने के बारे में योजना बनाई जा रही है। वहीं दक्षिण में केरल और पूर्वोत्तर राज्यों त्रिपुरा और मिजोरम में बाढ़ मौत बनकर आई। केरल में बाढ़ और भूस्खलन से जहां 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। वहीं त्रिपुरा में बाढ़ से पांच से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। यहां ज्यादातर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। यूपी में तूफान में करीब 15 लोगों के मारे जाने की खबर है।
केरल में भारी बारिश से जन-जीवन अस्त व्यस्त
केरल के विभिन्न हिस्सों में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश से होने वाली घटनाओं में अभी तक 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। बारिश के कारण राज्य के इडुक्की, कोझिकोड और कन्नूर जिलों में फसलों और संपत्ति को खासा नुकसान पहुंचा है। लगातार हो रही बारिश के कारण मालंगारा बांध के शटर खोलने की चेतावनी जारी की गई है। नदियों के निकटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है।
दस लोग लापता
खबरों के मुताबिक, कोझिकोड और कुन्नूर में बारिश के कारण तीन लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में एक 9 साल का बच्चा भी शामिल है। इसके अलावा दस लोग लापता बताए जा रहे हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक कोझिकोड के कट्टीपारा में भूस्खलन में आठ लोगों के दबे होने की आशंका है। वहीं, कर्नाटक के बेलागवी में पानी के तेज बहाव में निर्माणाधीन पुल बह गया।
जगह-जगह भूस्खलन
न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा जारी किए गए कोझिकोड़ के एक वीडियो में तबाही का मंजर साफ देखा जा सकता है। यहां भारी बारिश से जगह-जगह भूस्खलन हो गया है, जिससे यातायात ठप है। सडक़ें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन टीम और राज्य की टीम प्रभावित इलाकों में मौजूद है। केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने मुख्य सचिव और जिला कलेक्टर को तत्काल राहत कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
बारिश से बेहाल पूर्वोत्तर...
उधर, पूर्वोत्तर के अधिकांश हिस्सों में मॉनसून पहुंच गया है। असम, त्रिपुरा, मणिपुर, मिजोरम में भारी बारिश से अधिकांश इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं। जानकारी के मुताबिक त्रिपुरा में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई है। आपदा प्रबंधन ने बताया कि भूस्खलन, पेड़ गिरने या बाढ़ से उफनती नदी में मछली पकडऩे के दौरान चार लोग मारे गए हैं। कई गावों में बाढ़ का पानी घुसने से फसलें बरबाद हो गई हैं। नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मणिपुर में स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।
मौसम विभाग की चेतावनी...
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मेघालय और असम में तीन दिन के लिए हाई अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग का कहना है कि दोनों राज्यों के कई जिलों में 16 जून तक भारी बारिश हो सकती है। वहीं, असम के करीमगंज जिले में सिंगला और लंगई नदियां खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं। कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।
मिजोरम में हालात बदतर...
मिरोजम में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे 400 परिवारों के करीब 2000 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। लगातार हो रही बारिश से कई जगह भूस्खलन होने के चलते राजधानी आइजोल राष्ट्रीय राजमार्ग से कट गया है। आइजोल में दो मंजिला इमारत ढहने से आठ लोगों घायल हो गए। मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन दिन तक राज्य में भारी बारिश के आसार हैं। ऐसे में कई और जगहों पर भूस्खलन हो सकता है। रिपोर्टों की मानें तो मिजोरम की तुईपुई नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास टीमें स्थानीय एनजीओ यंग मिजो एसोसिएशन के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य में जुट गई हैं।
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