बेंगलुरु। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने गुरुवार को घोषणा की कि आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार पर आधारित पाठ को पाठ्यपुस्तकों से हटा दिया गया है। कांग्रेस द्वारा उठाए गए इस कदम से विवाद पैदा होने की संभावना है क्योंकि भाजपा का कहना है कि अगर पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाता है तो वह चुप नहीं बैठेगी।
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शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने कैबिनेट की बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने जो भी बदलाव किए थे, उन्हें उलट दिया गया है।
उनका कहना है कि यह फैसला बच्चों के हित के लिए लिया गया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कक्षा 6 से 10 तक की कन्नड़ पाठ्यपुस्तकों और कक्षा 6 से 10 तक की सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों में भी बदलाव किए हैं।
बंगारप्पा ने कहा कि पाठ्यपुस्तकें 10 दिनों से भी कम समय में छात्रों तक पहुंचेंगी। शिक्षा मंत्री से पूछा गया कि कौन-कौन से पाठ को हटाया गया है, इस पर उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जो पाठ जोड़ा था उसे हटाया गया है। उदाहरण के तौर पर हेडगेवार का पाठ हटा दिया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने पाठ्यक्रम में उसी सामग्री को दोहराया था। उन्होंने हेरफेर किया है। भाजपा सरकार द्वारा संशोधन से पहले जो पाठ्यक्रम था, उसे बरकरार रखा जाएगा।
--आईएएनएस
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