बेंगलूरु। राष्ट्रीय स्तर पर ऐंटी-बीजेपी फ्रंट बनाने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने विरोधियों से भी हाथ मिलाने से नहीं चूकेंगी। कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण के मंच पर दिखी विपक्षी एकता के बाद केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन को जन्मदिन की बधाई देकर ममता ने यही मेसेज देने की कोशिश की है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गैर-एनडीए दलों के लिए इसे बड़े राजनीतिक संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। दरअसल, केरल में लेफ्ट की सरकार है और पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और विजयन की पार्टी सीपीआई (एम) की शत्रुता किसी से छिपी नहीं है।
बीजेपी के विजय रथ को रोकने के लिए कैंपेनिंग
ऐसे में बर्थडे विश की इस पहल को 2019 लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी के विजय रथ को रोकने की ममता की कैंपेनिंग कही जा सकती है। साफ है कि पुरानी कड़वाहट भूल बीजेपी से मुकाबले के लिए वह ऐंटी बीजेपी अलायंस में सीपीआई (एम) को शामिल करने से परहेज नहीं करेंगी।
विजयन की जन्मतिथि को लेकर बनी विवाद की स्थिति
गुरुवार को ममता बनर्जी ने ट्विटर पर विजयन को जन्मदिन की बधाई दी। इस दौरान विजयन की जन्मतिथि को लेकर भी विवाद की स्थिति पैदा हो गई। कहा जाने लगा कि ममता ने विजयन को बधाई देने में चूक कर दी और उन्हें गलत दिन पर विश कर दिया। असल में ममता बनर्जी ने उन्हें 24 मई को जन्मदिन की बधाई दी, जबकि सरकारी वेबसाइट के मुताबिकविजयन का बर्थडे 21 मई को पड़ता है। हालांकि विजयन ने इस विवाद पर साफ कहा है कि उनका असली बर्थडे 24 मई को ही है।
LIVE गृहमंत्री अमित शाह की राजस्थान के भीलवाड़ा में जनसभा ,यहां देखे
भाजपा ने जारी किया वीडियो, कहा- भारत के दुश्मन नहीं चाहते कि मोदी वापस आएं, लेकिन जनता ने 400 पार का बनाया मन
आम चुनाव-2024 : राजस्थान में 12 सीटों पर कम हुआ मतदान, बीजेपी में बेचैनी बढ़ी, 25 में से 25 सीटें जीतना मुश्किल
Daily Horoscope