कांग्रेस
के मंत्रियों ने अपना इस्तीफा कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया को
सौंप दिया, ताकि दर्जन भर बागी विधायकों के इस्तीफा वापस लेने और उन्हें
मंत्री बनाए जाने का रास्ता साफ हो सके, और गठबंधन सरकार को 12 जुलाई से
शुरू हो रहे 10 दिवसीय मॉनसून सत्र से पहले गिरने से बचाया जा सके। यह
दूसरा मौका है, जब नागेश और रन्नेबेन्नूर सीट से विधायक शंकर ने गठबंधन
सरकार से अपना समर्थन वापस लिया है।
इससे पहले उन्होंने 22 दिसंबर को
मंत्री पद से हटाए जाने के बाद 15 जनवरी को सरकार से समर्थन वापस ले लिया
था। कांग्रेस ने कर्नाटक में सरकार के संकट के लिए भाजपा पर आरोप लगाया है।
उल्लेखनीय है कि इस्तीफे से पहले 225 सदस्यीय विधानसभा में गठबंधन के पास
118 विधायकों का समर्थन था, यह बहुमत के आंकड़े 113 से पांच ज्यादा है।
इनमें विधानसभा अध्यक्ष को छोडक़र 78 कांग्रेस के, जद (एस) के 37 और बसपा
एवं कर्नाटक प्रज्ञंयवंता जनता पार्टी (केपीजेपी) के एक-एक और एक निर्दलीय
विधायक शामिल थे। गठबंधन सरकार में 34 सदस्यीय मंत्रिमंडल में कांग्रेस से
22, जद (एस) से 10, केपीजेपी के एक और एक निर्दलीय विधायक शामिल थे।
(IANS)
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