बेंगलुरू। चंद्रयान 2 (Chandrayaan 2) के लैंडर विक्रम के चांद पर लैंडिग से ठीक 2.1 किमी पहले इसरो से संपर्क टूट गया। इसरो ने कहा है कि लैंडर के बारे में अभी कोई खबर नहीं है। ऑर्बिटर से लैंडर के बारे में पता लगाएंगे। मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद्र जगन्नाथ ने चंद्रयान 2 मिशन को लेकर भारत सरकार और इसरो को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इसरो और भारत सरकार को मैं चांद पर लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान की लैंड करने की कोशिश के लिए बधाई। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
विक्रम का संपर्क क्यों टूट गया या फिर वो दुर्घटनाग्रस्त तो नहीं हुआ? अभी भले इसकी कोई जानकारी नहीं है लेकिन 978 करोड़ रुपए लागत वाला चंद्रयान-2 मिशन में अभी सबकुछ खत्म नहीं हो गया है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के एक अधिकारी ने बताया कि मिशन का सिर्फ पांच प्रतिशत -लैंडर विक्रम और प्रज्ञान रोवर- नुकसान हुआ है, जबकि बाकी 95 प्रतिशत -चंद्रयान-2 ऑर्बिटर- अभी भी चंद्रमा का सफलतापूर्वक चक्कर काट रहा है।
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