नई दिल्ली। कर्नाटक में 15 विधानसभा सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव पर भाजपा की बीएस येदियुरप्पा सरकार का भविष्य टिका है। सरकार बचाने के लिए फिलहाल भाजपा को वैसे तो सात सीटें चाहिए, मगर पार्टी ने कम से कम आठ सीटें जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। हालांकि भाजपा के नेता उपचुनाव में सभी 15 सीटों पर क्लीनस्वीप का दावा कर रहे हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
भाजपा ने उपचुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। बीएस येदियुरप्पा मंत्रियों व संगठन पदाधिकारियों के साथ विधानसभा क्षेत्रों में दिन-रात कैंप कर रहे हैं। भाजपा महासचिव पी. मुरलीधर राव बतौर कर्नाटक प्रभारी उपचुनाव की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। कई दफा वे राज्य में भाजपा कोर कमेटी की बैठक लेकर पार्टी नेताओं को चुनाव प्रबंधन का पाठ पढ़ा चुके हैं।
पी. मुरलीधर राव ने आईएएनएस से कहा कि उपचुनाव में सिर्फ स्थिर सरकार ही एक मुद्दा है। जनता भाजपा को वोट देकर बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में स्थिर सरकार चाहती है क्योंकि जनता कांग्रेस-जेडी(एस) की सरकार का हश्र देख चुकी है। कांग्रेस राज्य को मध्यावधि चुनाव में झोंकना चाहती है, जिसे जनता भली-भांति जानती है।
राव ने सभी 15 सीटें जीतने का दावा किया है। उल्लेखनीय है कि 224 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) के कुल 17 विधायकों के इस्तीफा देने से बीती जुलाई में कुमारस्वामी की गठबंधन सरकार गिर गई थी। वहीं इन विधायकों के इस्तीफे के कारण बहुमत का आंकड़ा कम होकर 104 पहुंच गया और उसके बाद भाजपा ने 105 विधायकों के साथ सरकार बनाई थी।
इस्तीफा देने वाले सभी विधायकों को तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष ने अयोग्य करार देकर उनके चुनाव लडऩे पर रोक लगा दी थी। मगर, सुप्रीम कोर्ट ने नवंबर में इन अयोग्य करार दिए गए विधायकों को चुनाव लडऩे की अनुमति दे दी। जिसके बाद भाजपा ने चुनाव वाली 15 सीटों पर उन्हीं अयोग्य विधायकों को टिकट दिया है।
अधीर रंजन चौधरी की मांग : कनाडा में पीएम के कटआउट का अपमान करने, भारतीय झंडा जलाने वाले खालिस्तानी तत्वों पर करें कार्रवाई
केंद्रीय नेतृत्व ने नीतीश कुमार को साथ लेने का फैसला लिया तो भाजपा में हो जाएगा विद्रोह : सुशील मोदी
सैन्य गठबंधन नहीं, हम विवादों का शंतिपूर्ण हल चाहते हैं : सेनाध्यक्ष मनोज पांडे
Daily Horoscope