बेंगलुरु। महिलाओं की 13,000 अश्लील तस्वीरें रखने और उन्हें अपनी महिला सहकर्मियों के चेहरे के साथ फोटोशॉप करने के आरोप में बेंगलुरु से 25 वर्षीय बीपीओ कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि उसने कबूल किया है कि उसे ऐसा करने में मजा आता था।
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आरोपी बीपीओ कर्मचारी की पहचान आदित्य संतोष के रुप में हुई है। उसे बेंगलुरु साइबर क्राइम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी वर्तमान कंपनी में पिछले पांच महीने से ग्राहक सेवा एजेंट के रूप में काम कर रहा था।
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या आरोपी ने ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल की हैं। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या आरोपी ब्लैकमेलिंग का भी काम करता था।
घटना का खुलासा तब हुआ जब उसके साथ प्रेम संबंध रखने वाली उसकी 22 वर्षीय प्रेमिका ने उसका फोन चेक किया।
महिला आरोपी द्वारा अपने मोबाइल में कैद किए गए निजी पलों को डिलीट कर रही थी। डिलीट करते समय उसे महिलाओं की हजारों तस्वीरें मिलीं। आरोपी ने अपनी महिला सहकर्मियों की कई तस्वीरों से भी छेड़छाड़ की थी।
महिला ने इस मामले को उस कंपनी के संज्ञान में लाया जहां आरोपी काम करता था और साइबर पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई।
कंपनी ने दावा किया था कि उन्हें नहीं पता कि उसने तस्वीरें क्यों संग्रहित की थीं और इस घटना से महिला कर्मचारी सदमे में थीं।
कंपनी ने इस संबंध में 23 नवंबर को शिकायत भी दर्ज कराई थी।
पुलिस ने आईटी अधिनियम की धारा 67 और 67 (ए) के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया और मामले की जांच शुरू कर दी।
कंपनी ने पुलिस को बताया था कि आरोपी ने अपने कृत्य के लिए कंपनी के उपकरणों का इस्तेमाल नहीं किया था।
आरोपी को बेंगलुरु स्थित कार्यालय परिसर से गिरफ्तार किया गया।
--आईएएनएस
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