रांची । झारखंड के विभिन्न सरकारी, गैर सरकारी, निजी और व्यावसायिक संस्थानों में वोटर अवेयरनेस फोरम गठित करने के लिए 11 दिनों का विशेष अभियान चलाया जाएगा। 20 से 30 मार्च तक चलने वाले इस अभियान का उद्देश्य मतदाताओं को नैतिक मतदान के प्रति जागरूक करना और मतदान प्रक्रिया के प्रति उदासीनता को दूर करना है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस अभियान को लेकर राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने सोमवार को सभी जिलों के निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की। उन्होंने कहा कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 135 बी के तहत मताधिकार का प्रयोग करने के लिए सभी सरकारी, गैर सरकारी, व्यावसायिक संस्थानों के कर्मियों के लिए सवैतनिक अवकाश का प्रावधान किया गया है। प्रत्येक संस्थान में वोटर अवेयरनेस फोरम गठित करने के लिए अभियान चलाया जाए।
उन्होंने कहा कि जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि पिछले चुनावों में जिन स्थानों पर मतदान का प्रतिशत कम रहा हो, वहां के आस-पास के संस्थानों में वोटर अवेयरनेस फोरम गठित कराएं। उन क्षेत्रों में नोडल पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त कर मतदाताओं से उनसे फीडबैक प्राप्त करें और उन समस्याओं का निराकरण करें, जिनकी वजह से वोटिंग प्रतिशत प्रभावित हुआ था।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने पोस्टल बैलेट से मतदान की सारी तैयारियां समय पूर्व पूरा करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने जिलावार वाहन प्रबंधन, आदर्श आचार संहिता के अनुपालन, मतगणना केन्द्रों की तैयारी, मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों की भी समीक्षा की।
--आईएएनएस
क्या मतदान से पहले कुमारी शैलजा को मिल गया सोनिया गांधी का भरोसा, अब हुड्डा का क्या होगा?
उत्तर प्रदेश में अपराधी बेलगाम, सरकार की शह पर निर्दोष लोगों पर हो रही कार्रवाई : अखिलेश यादव
भाजपा इल्जाम लगाने में माहिर, सावरकर ने अंग्रेजों से मांगी थी माफी : तारिक अनवर
Daily Horoscope