रांची। कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरों के मद्देनजर झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने एहतियाती कदम उठाये हैं। एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की जांच के लिए निगरानी टीमों की तैनाती और पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये हैं। सभी जिलों के उपायुक्तों को कोविड टीकाकरण की गति तेज करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि पूरी स्थिति पर राज्य सरकार की कड़ी निगाह है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
विदेश से झारखंड आनेवाले यात्रियों की ट्रैवल हिस्ट्री देखने और उन्हें एक निश्चित समय तक क्वारंटीन करने के भी निर्देश दिये गये हैं। एक.दो दिनों में सरकार स्थिति की समीक्षा के लिए विशेष बैठक बुलाने की तैयारी कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि राज्य में कोरोना से रिकवरी की मौजूदा रिकवरी दर लगभग 99 प्रतिशत है, लेकिन आगे के खतरों को देखते हुए सरकार किसी भी स्तर पर चूक नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि हमारी केंद्र सरकार से गुजारिश है कि वह अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर तत्काल रोक लगाये। कोरोना के डेल्टा वेरिएंट ने देश में जिस तरह की तबाही मचायी थीए उससे सबक लेकर पूरे देश में समन्वय के साथ काम होना चाहिए।
राज्य में रविवार से कोविड टीकाकरण की गति भी तेज कर दी गयी है। दिसंबर के अंत तक राज्य के 90 प्रतिशत लोगों को कोविड का टीका देने का लक्ष्य पूरा कर लिया जाना है। विभिन्न जिलों के उपायुक्तों ने भी इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया है। जिन लोगों ने कोविड टीके का दूसरा डोज नहीं लिया हैए उनके नंबरों पर कॉल किया जा रहा है। ऐसे लोगों के घरों में भी दस्तक दी जा रही है।
बता दें कि झारखंड में फिलहाल कोरोना के 109 एक्टिव केस हैं। राज्य के 12 जिलों में कोरोना का एक भी एक्टिव केस नहीं है।
--आईएएनएस
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