रांची। झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने कहा है कि विधानसभा के सदस्यों को हमेशा सदन की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए। उन्हें ऐसा कोई आचरण नहीं करना चाहिए जिससे सदन की मर्यादा को ठेस पहुंचे। यह देखा जा रहा है कि छोटी-छोटी बातों को लेकर सदन की कार्यवाही बाधित करने, स्थगित करने की परंपरा बनती जा रही है। सदन में विधायक पीठासीन पदाधिकारी के सामने चिल्लाने लगते हैं। सदन में वाद-विवाद उच्च स्तर का हो, उसमें गंभीरता हो और सदन का संचालन सुचारू रूप से हो, इसका भी ध्यान रखने की जरूरत है। राज्यपाल सोमवार को झारखण्ड विधानसभा की 21वीं वर्षगांठ पर आयोजित समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। समारोह के दौरान राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने देश की सीमा पर शहीद झारखंड के वीर सपूतों एवं नक्सल अभियान में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को मरणोपरांत सम्मानित किया। विश्रामपुर क्षेत्र के विधायक रामचन्द्र चंद्रवंशी को बिरसा मुंडा उत्कृष्ट विधायक का सम्मान प्रदान किया गया। इनके अलावा तीरंदाज कोमोलिक बारी, अंकिता भगत और क्रिकेट खिलाड़ी इंद्राणी राय, कोरोना टीकाकरण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त सूरज कुमार, रांची के उपायुक्त छवि रंजन और रामगढ़ उपायुक्त श्रीमती माधवी मिश्रा, राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित झारखंड के शिक्षकों और विधानसभा के चार कर्मियों को उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
समारोह को संबोधित करते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य के निर्माण में सभी की छोटी-बड़ी भूमिका होती है। हम सभी को अपनी-अपनी जिम्मेदारियों के साथ राज्य को आगे बढ़ाने में भूमिका निभानी चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने कहा कि विधानसभा ऐसा आईना है, जहां राज्य भर का चेहरा दिखाई देता है।
--आईएएनएस
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