सूत्रों का कहना है कि झामुमो मुख्यमंत्री सहित सात मंत्री पद और कांग्रेस
के चार लोगों को मंत्री बनाना चाहती है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष
रामेश्वर उरांव और आलमगीर आलम को मंत्री बनाया जा चुका है। कांग्रेस राज्य
के सभी प्रमंडलों से एक-एक व्यक्ति को मंत्री बनाने की चाहत रखती है, यानी
कांग्रेस पांच मंत्री पद चाहती है। सूत्रों ने हालांकि बताया कि मंत्रालयों
के बंटवारे को लेकर प्रारंभिक सहमति बन चुकी है।
प्राारंभिक तौर पर दोनों
पार्टियों में विभागों को लेकर समान बंटवारा होने की संभावना है। इसमें
सामाजिक क्षेत्र, इंफ्रास्ट्रक्चर, राजस्व स्रोत और नीतिगत मामलों से जुड़े
मंत्रालयों को चार समूहों में बांटकर सहमति बनाने की कोशिश की गई है।
झामुमो के एक नेता ने बताया कि दो-चार दिनों में कैबिनेट का स्वरूप सामने
होगा। मुख्यमंत्री दिल्ली में हैं, उनकी कांग्रेस के आला नेताओं से बातचीत
चल रही है। कैबिनेट में कांग्रेस के किन विधायकों की भागीदारी होगी, यह
आलाकमान तय करेगा।
(IANS)
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