नई दिल्ली। झारखंड में भाजपा की हार और गठबंधन की जीत के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नेता हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी हेमंत सोरेन के सामने चुनौतियां कम नहीं होंगी। हेमंत सोरेन ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि झारखंड में बेरोजगारी दर अपनी सीमाएं लांघ रही है। यह एक बीमारी की तरह बढ़ रही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जहां वर्तमान में देश में बेरोजगारी दर 7.2 प्रतिशत है वहीं राज्य में यह उससे ज्यादा 9.4 प्रतिशत है। पिछले 4.5 वर्षों में भाजपा की रघुवर सरकार ने युवाओं को बस ठगा है। राज्य में 4 लाख से ज्यादा निबंधित बेरोजगार है। इससे कहीं ज्यादा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं। मैं राज्य के बेरोजगार युवाओं से वादा करता हूं कि मेरी सरकार आने पर शत-प्रतिशत युवाओं को राज्य में ही रोजगार दूंगा, और जब तक किसी को रोजगार नहीं दे पाया तब तक उसे बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा।
जनता की आशाओं पर खरा उतरने के लिए हेमंत सोरेन के सामने रहेंगी ये 5 प्रमुख चुनौतियां :-
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