श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर के शोपियां जिले में स्थानीय प्रदर्शनकारियों के
साथ टकराव से बचने के लिए बुधवार को घेरेबंदी और तलाशी अभियान बंद कर दिया
गया। पुलिस ने कहा कि नागरिकों को हताहत होने से बचाने के लिए दो गांवों
हेफ और शिरमाल में शुरू हुआ घेराबंदी और तलाशी अभियान बंद कर दिया गया।
सेना, अर्धसैनिक बलों और राज्य पुलिस के 1,000 से भी अधिक सुरक्षाकर्मियों
ने आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद गांवों की घेराबंदी की
थी।
घेराबंदी करने के बाद भीड ने पत्थरबाजी शुरू कर दी।
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सूत्रों के मुताबिक प्रदर्शनकारियों को खदेडने के लिए आंसू गैस के गोले
छोडने पडे। भीड के पथराव और उग्रवादियों या उनके अड्डों का पता लगाने में
नाकामी के बाद ये अभियान वापस ले लिया गया।
सेना के एक अधिकारी ने बताया कि तलाशी अभियान शोपियां के जैनापोरा इलाके के
अंतर्गत आने वाले हेफ गांव में शुरू किया गया था। यह अभियान बुधवार तडके
शुरू हुआ था। पत्थरबाजों और सुरक्षाबलों के बीच हुई झडपों में फिलहाल किसी
के हताहत होने की खबर नहीं है।
दक्षिण कश्मीर में ये तलाशी अभियान दरअसल इसलिए चलाए जा रहे हैं क्योंकि
सोशल मीडिया पर आतंकियों के बडे गिरोहों के वीडियो सामने आ रहे हैं। कई
दलों में तो आतंकियों की संख्या 30 तक भी है। यह स्थिति तब है, जब
अधिकारियों ने ऎसी 22 वेबसाइट और एप्लीकेशन पर प्रतिबंध लगाया हुआ है।
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