श्रीनगर। वरिष्ठ अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी के शव को सुपर्द ए खाक करने को लेकर कथित रूप से फैल रही अफवाहों का खंडन करने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस संबंध में एक वीडियो क्लिप पोस्ट किया, जिसमें सभी इस्लामी रस्मों का पालन किया गया है। पुलिस ने जो वीडियो क्लिप जारी किया है उससे पता चला है कि गिलानी के शव को सही तरीके से नहला कर सफेद कफन में लपेटा गया और पवित्र कुरान की आयतों के बीच कब्र में सुपर्द ए खाक किया गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने चारों ओर फैली अफवाहों को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया है कि परिवार के सदस्यों से शव को कब्जे में लेने के बाद, पुलिस ने वरिष्ठ अलगाववादी नेता को इस्लामिक तरीके से नहीं दफनाया था।
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिवंगत अलगाववादी नेता के परिवार से इस अनुरोध के साथ संपर्क किया गया था कि अगर गिलानी को सुबह दफनाया जाता है तो यह शांति के सर्वोत्तम हित में होगा।
पुलिस सूत्रों ने आईएएनएस को बताया, "गिलानी के दो बेटे हमारे अनुरोध पर सहमत हो गए, लेकिन बाद में पाकिस्तान के दबाव में अलगाववादी नेता को दफनाने की तैयारी के दौरान परिवार के सदस्यों ने नारे लगाने और हंगामा करने की कोशिश की।"
इस बीच, पुलिस ने गिलानी के परिवार के सदस्यों के खिलाफ पाकिस्तान के झंडे में शव लपेटने और राष्ट्र विरोधी नारे लगाने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
पिछले बुधवार को रात करीब 10.35 बजे गिलानी का निधन हो गया।
उनकी मौत के बाद अधिकारियों ने घाटी में व्यापक प्रतिबंध लगाए थे और मोबाइल टेलीफोन और इंटरनेट सुविधाओं को निलंबित कर दिया था।
अधिकारियों ने कहा कि पूरी घाटी में स्थिति अब सामान्य हो गई है और सरकारी कार्यालयों, बैंकों और शैक्षणिक संस्थानों में उपस्थिति भी सामान्य है।
--आईएएनएस
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