श्रीनगर । जम्मू एवं कश्मीर के रामबन
जिले के खूनी नाला इलाके में ढही सुरंग के मलबे में दबे मजदूरों को निकालने
के लिए शुरू किया गया बचाव अभियान शनिवार को समाप्त हो गया। सभी 10 लापता
मजदूरों के शव मलबे से निकाल लिए गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
गुरुवार देर रात सुरंग के अंदर घुसने के तुरंत बाद बचाव अभियान शुरू किया
गया था। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "जम्मू-कश्मीर के रामबन में 19 मई
को एक निर्माणाधीन सुरंग के गिरने के बाद लापरवाही का मामला दर्ज किया गया
है।"
मृतकों की पहचान पश्चिम बंगाल के जादव रॉय, गौतम रॉय, सुधीर
रॉय, दीपक रॉय परिमल रॉय और असम के शिव चौहान, नेपाली नागरिक नवराज चौधरी,
कुशीराम चौधरी, मोहम्मद मुजफ्फर और मोहम्मद इशरत के रूप में हुई है। ये सभी
रामबन जिले के रहने वाले थे।
सेना, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ,
आईटीबीपी, सिविल क्यूआरटी, और एनएचएआई के साथ-साथ मशीन ऑपरेटरों द्वारा
संयुक्त बचाव अभियान चलाया गया।
बचाव अभियान के दूसरे दिन नौ शव बरामद किए गए, जबकि शुक्रवार को बचाव दल ने एक शव बरामद किया था।
उपायुक्त
ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के निर्देश पर निर्माण
कंपनी द्वारा मृतकों के परिजनों में से प्रत्येक को 15 लाख रुपये का मुआवजा
दिया जाएगा।
उपराज्यपाल ने प्रत्येक मृतक के परिजन को राहत कोष से एक-एक लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की है।
--आईएएनएस
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