राजनीतिक दल जम्मू-कश्मीर वासियों को राजनीति का चारा समझने की गलती न
करें। अगर शांति और विकास में बाधा पैदा करने वाले 200-300 लोगों को जेल
भेजना पड़े तो हम इसके लिए भी तैयार हैं। मेरी सभी दलों से अपील है कि वे
शांति भंग किए बगैर राजनीति करेंं। हालांकि कुछ नेता जेल के अंदर होने के
बावजूद नहीं सुधर रहे।
वे वहीं से संदेश भेज रहे हैं कि लोग बंदूक लेकर खुद
का बलिदान करें। मैं उन नेताओं से कहना चाहता हूं कि वे पहले खुद आगे आएं
और अपना बलिदान दें। 370 की समाप्ति पर कुछ लोगों ने यह अफवाह फैलाने की
कोशिश की कि अब प्रदेश की नौकरियां बाहरी राज्यों के लोगों को मिल जाएंगी।
मैं भरोसा दिलाता हूं कि यहां निकाली जाने वाली हर सरकारी भर्ती स्थानीय
लोगों के लिए ही होगी।
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