रामबन।
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में देश की रक्षा करते हुए शहीद लांस नायक
रणजीत सिंह के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए पैतृक गांव ले जाया
गया। जब शहीद रणजीत सिंह का पार्थिव शरीर घर में था तब उनकी धर्मपत्नी
श्रीमती शिमू देवी ने जिला अस्पताल रामबन में सुबह 5 बजे के लगभग प्यारी सी
गुडिय़ा को जन्म दिया लेकिन पिता अपनी गुडिय़ा को नहीं देख पाए जिसका गम
पूरे परिवार को है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एएनआई की खबरों के मुताबिक, मंगलवार को पैतृक गांव में
शहीद के अंतिम संस्कार से कुछ घंटे पहले उनकी पत्नी ने एक बच्ची को जन्म
दिया। यह दंपति की पहली संतान है जो करीब 10 साल इंतजार के बाद हुई। बेटी
के जन्म के बाद शहीद की पत्नी ने कहा कि मेरी ख्वाहिश है कि मेरी बेटी भी
भारतीय सेना में शामिल हो और अपने पिता की तरह देश की सेवा करे।
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