नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में सीजफायर खत्म होने के बाद सेना ने आतंकियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। सेना ने अनंतनाग के श्रीगुफवारा में शुक्रवार सुबह सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में 4 आतंकियों को मार गियारा। आतंकियों को मारने के बाद सेना ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑलआउट और भी तेज कर दिया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सुरक्षाबलों ने की आतंकियों की हिटलिस्ट तैयार...
सुरक्षाबलों ने 22 आतंकियों की हिटलिस्ट तैयार की है। जिसमें से कल ही एक आतंकियों को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया था। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, अब सुरक्षाबलों की लिस्ट में 21 आतंकी बचे हैं। सेना ने शुक्रवार को आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के प्रमुख दाऊद अहमद सलाफी उर्फ बुरहान और उसके तीन सहयोगी को मार गिराए थे।
सुरक्षाबलों की हिटलिस्ट में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के 11, लश्कर ए तैयबा के सात और जैश-ए-मोहम्मद के दो, आईएस की भारतीय शाखा अंसार गजवातुल हिंद के एक आतंकी शामिल हैं।
सुत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों का मुख्य फोकस इन 21 आतंकियों को खत्म करना है।
इंटेलिजेंस एजेंसियों को इन 21 पर ज्यादा से ज्यादा जानकारियां इकट्ठा करने को कहा गया है। इन 21 में से 6 आतंकियों को 'A++' कैटेगिरी में रखा गया है। इनकी कैटेगिरी इस आधार पर बनाई गई है कि किस आतंकी ने कितनी वारदात में हिस्सा लिया है और किस आतंकी की क्षेत्र में कितनी पकड़ है।'
सुरक्षाबलों की हिटलिस्ट में शामिल आतंकी...
उन्होंने कहा, 'यदि ये 21 आतंकी मारे जाते हैं तो इलाके में शांति का माहौल दिखने लगेगा। ऐसा होने के बाद आतंक के सरगनाओं को अगला नाम चुनने और उसे सेट करने में काफी वक्त लगेगा। जब किसी आतंकी को A++ कैटिगरी में रखा जाता है और उस पर 12 लाख रुपये का इनाम रखा जाता है तो यह माना जाता है कि उसके पास अब ज्यादा दिन की जिंदगी नहीं है।' लिस्ट में ज्यादातर आतंकी कश्मीर के ही रहने वाले हैं। इनमें कुछ रिसर्च स्कॉलर भी रह चुके हैं। साथ ही तीन आतंकी पाकिस्तान के भी हैं, जो कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा जाल फैलाने में मदद करते हैं।
अब परिजनों को नहीं मिलेगा आतंकियों का शव...
खबर है कि अब कश्मीर में टॉप आतंकियों के मारे जाने के बाद शव को परिजनों को नहीं सौंपा जाएगा। यानि सुरक्षाबल ढेर किए गए आतंकियों को अंजान जगह पर दफन कर देंगे। इस फैसले को इसलिए अमल में लाया जा रहा है क्योंकि आतंकियों के समर्थक घाटी में उपद्रव करते रहे हैं। सुपुर्द ए खाक के मौके पर भारी संख्या में लोग और कुछ आतंकी शामिल होते हैं। जनाजे पर हथियार लहराना तो आम है। जिससे स्थिति खराब होती है।
सुरक्षा बलों पर युवाओं ने किया पथराव...
कल ही जब आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन शुरू किया तो मुठभेड़ स्थल से कुछ दूरी पर दर्जनभर युवाओं ने सुरक्षा बलों पर पथराव शुरू कर दिया। झड़प में 20 से ज्यादा प्रदर्शनकारी घायल हो गए। वहीं प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच पुलवामा शहर और एचएमटी क्षेत्र में भी झड़प हो गई। आपको बता दें कि सालाना अमरनाथ यात्रा 28 जून से शुरू होने वाली है। ऐसे में घाटी में बड़े स्तर पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है और आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन तेज कर दिया गया है। राज्यपाल शासन होने की वजह से सेना को पूरी तरह से छूट दी गई है।
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