ऊना। सीटू के बैनर तले मनरेगा कामगारों ने आज अपनी मांगों को लेकर रोष जताते हुए प्रदर्शन किया। एमसी पार्क ऊना में जुटे कामगारों ने सीटू जिला कमेटी ऊना के सचिव गुरनाम सिंह की अध्यक्षता में प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सीटू ने लोगों को मिलने वाली चीनी तथा मिट्टी के तेल के लिए कम किया गया कोटा वापिस लिया जाने सहित अपनी कई मांगे रखी और प्रदेश सरकार से जल्द से जल्द मांगों को पूरा करने की गुहार लगाई। सीटू के जिला सचिव गुरनाम सिंह ने बताया कि हिमाचल सरकार व प्रशासन द्वारा मनरेगा कानून की धज्जियां उडाई जा रही है। गरीब लोग दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन मजदूरी नहीं मिल पा रही है। जॉब कार्ड में हाजिरी भी नहीं भरी जाती और जॉब कार्ड पंचायत सचिवों के पास पड़े रहते हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जिला ऊना में पिछले चार वर्षों से लोकपाल मनरेगा कोई भी नहीं है। जिसके पास मनरेगा मजदूर अपनी समस्या बता सकें और ना ही मनरेगा मजदूर को बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है। जिला ऊना की कई पंचायतों में करीब तीन वर्षों से कुछ मनरेगा मजदूरों को उनको मजदूरी भी नहीं दी जा रही है। मनरेगा मजदूर का आवेदन फार्म नंबर 4 पंचायत सचिव देने से आनाकानी की जाती है तथा कई जगह पर मनरेगा मजदूर को दबाब डाला जाता है कि वह 4 नंबर फार्म न भरें। मनरेगा मजदूर को सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जाती।
मनरेगा मजदूर को भवन एवं अन्य निर्माण कल्याण बोर्ड से मिलने वाले लाभों के लिए श्रम अधिकारी के दफ्तर में बार-बार चक्कर लगाने पड़ते हैं। प्रदर्शन करने वालों में सीटू के जिला प्रधान ओम प्रकाश दत्ता, जिला उपप्रधान सुरेंद्र कुमार, कमलेश कुमारी, वीना देवी, सुनीता, मीना, सर्वजीत, आशा, तारो देवी, नरेश, कमलजीत कौर, रेशम कौर, संतोष, सीमा देवी, मंजीत कौर, अनिता देवी, कृष्ण देवी, चंचला देवी, वीना, व्यासा देवी सहित अन्य उपस्थित रहे।
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