शिमला। हिमाचल प्रदेश के संजौली में स्थित अवैध मस्जिद को तोड़ने का काम सोमवार से शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि सबसे पहले मस्जिद की छत को तोड़ा जा रहा है। इसके बाद मस्जिद के अलग-अलग हिस्सों को गिराने की कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा।
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शिमला नगर निगम के कमिश्नर ने 5 अक्टूबर को मस्जिद की तीन मंजिलें गिराने का आदेश दिया था। उन्होंने कहा था कि दो माह के अंदर संजौली मस्जिद कमेटी को अवैध हिस्सा तोड़ना होगा।
इसके बाद संजौली मस्जिद कमेटी ने वक्फ बोर्ड से मस्जिद को तोड़ने की परमिशन मांगी थी। वक्फ बोर्ड से सोमवार को संजौली मस्जिद को तोड़ने की इजाजत दी गई, जिसके बाद अवैध हिस्से को गिराने का काम जोरों पर है।
बता दें कि मस्जिद की तीन मंजिलें अवैध हैं। संजौली मस्जिद कमेटी अपने खर्च पर ही अवैध मंजिलों को गिराने की कार्रवाई कर रही है।
शिमला के संजौली में स्थित मस्जिद का विवाद उस समय सामने आया था। जब मल्याणा इलाके में एक हिंदू व्यक्ति पर छह व्यक्तियों द्वारा कथित तौर पर हमला किया गया था। गंभीर रूप से घायल पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जिसमें दावा किया गया कि हमलावरों ने पास की एक मस्जिद में शरण ली थी। इसके बाद, कई हिंदू संगठनों ने विरोध-प्रदर्शन किया और मस्जिद को अवैध बताते हुए ध्वस्त करने की मांग की थी।
यह मुद्दा हिमाचल प्रदेश विधानसभा में भी पहुंचा था, जहां ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने विध्वंस का समर्थन किया था और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस बात पर जोर दिया था कि राज्य के सभी निवास बिना किसी भेदभाव के बराबर सम्मान के पात्र हैं।
इससे पहले वक्फ बोर्ड ने मस्जिद के निर्माण को सही ठहराया था। बोर्ड का कहना था कि मस्जिद निर्माण में नियमों का उचित पालन किया गया है, लेकिन बाद में अपने दावे के संबंध में वह दस्तावेज उपलब्ध कराने में विफल रहा।
--आईएएनएस
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