शिमला। पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने सोमवार को यहां कहा कि प्रदेश के 11 जिलों में गाय अभ्यारण्य/गौसदन स्थापित किए जाएंगे, जिनमें प्राकृतिक वातावरण में बेसहारा पशुओं को आश्रय और भूमि संसाधनों की उपलब्धता के अनुसार चरने के लिए सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। लाहौल स्पीति जिला में बेसहारा पशु न होने के कारण गौ सदन नहीं स्थापित किया जाएगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्रारंभिक चरण में इन गाय अभ्यारण्यों/गौसदन की स्थापना जिला सिरमौर के कोटला बड़ोग, जिला सोलन के हांडा कुंडी, जिला हमीरपुर के खेरी, जिला ऊना के थाना कलां खास, जिला कांगड़ा के इंदौरा-डमटाल, कुंदन-जीपी-बडसर-पालमपुर, कंगेहन-जयसिंहपुर, लुथान (ज्वालामुखी) और जिला बिलासपुर के बरोटा-डबवाल, तहसील नैना देवी तथा धार-तातोह तहसील सदर में की जा रही है।
कांगड़ा जिले में अधिकतम चार गौ अभ्यारण्य/गौसदन स्थापित किए जाएंगे जिसके लिए इंदौरा (डमटाल), कुंदन (पालमपुर), कंगेहन (जयसिंहपुर) और लुथान (ज्वालामुखी) को चयनित किया गया है।
मंदिर ट्रस्ट द्वारा संचालित गौसदन बैन अटेरियां की क्षमता को मौजूदा 250 से बढ़ाकर 1000 करने के लिए 77,90,000 रुपए की लागत से बनने वाली चारदीवारी का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने कहा कि जिला लाहौल स्पीति को छोड़कर प्रत्येक जिले में कम से कम एक गाय अभ्यारण्य स्थापित किया जाएगा, जबकि कांगड़ा जैसे बड़े जिले में चार गाय अभ्यारण्य स्थापित किए जाएंगे, जहां आवारा पशुओं की संख्या अधिक है।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि जिला सिरमौर के कोटला बड़ोग अभयारण्य के लिए 1.52 करोड़ रुपए, जिला सोलन के हांडा कुंडी अभ्यारण्य के लिए 2.97 करोड़ रुपए, जिला ऊना के थाना कलां खास अभ्यारण्य के लिए 1.69 करोड़ रुपए, जिला हमीरपुर में खेरी सुजानपुर अभ्यारण्य के लिए 2.56 करोड़ रुपए और जिला चंबा के मंझीर अभ्यारण्य के लिए 1.66 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान आवश्यक बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए किया गया है।
उन्होंने कहा कि उक्त सभी पांच गाय अभ्यारण्यों/बड़े गौसदनों का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और वर्ष 2020 तक पूरा हो जाएगा और इन सभी गौ अभ्यारण्यों/बड़े गौसदनों को वर्ष 2020 में कार्यशील कर दिया जाएगा।
सरकार ने इन अभ्यारण्यों के निर्माण के लिए नोडल विभागों के रूप में लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण विकास, एचपीएसआईडीसी, हाउसिंग बोर्ड आदि बुनियादी ढांचा विकास में लगे विभिन्न सरकारी विभागों को अधिसूचित किया है, जो संबंधित जिले में विभाग के पास लंबित कार्य भार के आधार पर है।
वर्तमान में राज्य में बेसहारा पशुओं की आबादी 27,352 है, जबकि 13,337 मवेशियों को राज्य के मौजूदा गोसदनों और गौशालाओं में पाला जा रहा है।
First Phase Election 2024 : पहले चरण में 60 प्रतिशत से ज्यादा मतदान, यहां देखें कहा कितना मतदान
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
पहले चरण के बाद भाजपा का दावा : देश में पीएम मोदी की लहर, बढ़ेगा भाजपा की जीत का अंतर
Daily Horoscope