शिमला। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज यहां जारी प्रेस वक्तव्य में कहा है कि उनके खिलाफ की गई कार्रवाई योजनाबद्ध तरीके से साजिश के तहत उनकी सार्वजनिक छवि को विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत धूमिल करने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जब्त की गई सम्पत्ति के तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है, ताकि मामले को सनसनीखेज बनाया जा सके। सिंह ने कहा कि उनकी राजनीतिक छवि को खराब करने के लिए राजनीतिक विरोधी साजिश रचेंगे, इसकी तो उन्हें अपेक्षा थी, परन्तु यह चिंता का विषय है कि एक उत्तरदायी सरकार की एजेंसी इस प्रकार का व्यवहार करेगी और उनके खिलाफ झूठी अफवाहें फैलाएगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार प्रदेश की निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है और ईडी व सीबीआई का उनके खिलाफ झूठे आरोपों की जांच के लिए दुरूपयोग किया जा रहा है, हालांकि अभी तक इन मामलों में उन्हें कुछ भी हासिल नहीं हुआ है।
आरएसएस पृष्ठभूमि के एक अधिकारी विनोद शर्मा उप निदेशक आयकर फरीदाबाद को उनके कार्य क्षेत्र से बाहर जाकर आयकर विभाग चंडीगढ़ से मिले निर्देशों के अनुसार झूठी, आधारहीन तथा मनघंड़त सर्वेक्षण रिपोर्ट एवं डोजियर तैयार करने को कहा गया, जिसका उद्देश्य प्रवर्तन निदेशालय एवं सीबीआई को झूठे मामले तैयार करने में सहायता देना था।
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