धर्मशाला। शहरी विकास आवास एवं नगर नियोजन मंत्री सरवीन चौधरी ने कहा कि ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
समाजिक गतिविधियों एवं विकास में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने तथा उन्हें सशक्त व सक्षम बनाने के लिए प्रभावशाली योजनाएं आरंभ की गई हैं। समावेशी समाज के निर्माण में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है।
सरवीन चौधरी शुक्रवार को राजकीय महाविद्यालय के त्रिगर्त सभागार में जिला प्रशासन के सौजन्य से ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’अभियान के तहत ‘राष्ट्रीय बालिका दिवस' के अवसर पर उपस्थित मातृशक्ति को बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए बोल रही थी।
सरवीन चौधरी ने कहा कि बालिका दिवस को मनाने का उद्देश्य समाज में बेटियों के प्रति मानसिकता में सकारात्मक परिवर्तन लाना, बच्चियों की सुरक्षा के प्रति समाज में संवेदनशीलता बढ़ाना और इसके लिए सामाजिक सहभागिता की भावना को प्रगाढ़ करना है। उन्होंने कहा कि आजकल बेटियों के जन्म दिन को भी बेटों के जन्म दिन के तरह ही मनाया जा रहा है जोकि एक सुखद अनुभूति है।
शहरी विकास मंत्री ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के बिना समाज का चहुंमुखी विकास संभव नहीं है। उज्ज्वल कल के लिए बेटियों का सशक्तिकरण आवश्यक है। केन्द्र में मोदी सरकार व प्रदेश में जयराम सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं आरम्भ की हैं।
शहरी विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बेटी है अनमोल योजना के अंतर्गत बीपीएल परिवार में जन्म लेने वाली बालिका को दी जाने वाली एकमुश्त सहायता अनुदान राशि को 10 हजार से बढ़ाकर 12 हजार रुपए कर दिया है। मदर टेरेसा असहाय योजना के तहत बच्चों के पालन पोषण के लिए दी जाने वाली सहायता राशि को 4 हजार रुपए प्रति बच्चा प्रति वर्ष से बढ़ाकर 6 हजार रुपए किया गया है।
अदाणी-हिंडनबर्ग मुद्दे पर विपक्ष का विरोध, दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित
मोहन भागवत ने दो प्रमुख किलों के मॉडलों का किया उद्घाटन
टीडीपी ने केंद्रीय बजट पर विरोधाभासी रुख के लिए वाईएसआरसीपी नेताओं का मजाक उड़ाया
Daily Horoscope