मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य पुलिस ने कोरोना महामारी के दौरान सराहनीय
कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि अग्रिम पंक्ति के योद्धााओं के रूप में
उन्होंने राज्य में प्रवेश करने वाले लोगों की समुचित जांच सुनिश्चित की
है, जिससे यह सुनिश्चित हुआ है कि कोई भी व्यक्ति राज्य में बिना उचित जांच
और राज्य सरकार द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन किए प्रवेश नहीं
कर सका। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के बावजूद पुलिस प्रशिक्षण
महाविद्यालय डरोह ने इन युवा अधिकारियों का प्रशिक्षण सुनिश्चित करके एक
सराहनीय प्रयास किया है, जो महाविद्यालय के प्रधानाचार्य और अन्य
अधिकारियों की प्रतिबद्धता और परिश्रम से ही संभव हो पाया है।
जय
राम ठाकुर ने कहा कि समाज को पुलिस से बहुत अपेक्षाएं हैं और प्रत्येक
पुलिस कर्मी को लोगों की उम्मीदों के अनुसार कार्य सुनिश्चित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक पर्यटन राज्य है, जहां हर वर्ष लाखों की
संख्या में पर्यटक आते हैं। उन्होंने पुलिस कर्मियों को पर्यटकों के प्रति
शिष्टाचार की भावना से कार्य करने को कहा ताकि वह राज्य से अच्छी यादें
लेकर जाएं। उन्होंने कहा कि पुलिस का व्यवहार आदरपूर्वक होना चाहिए ताकि वह
राज्य के ब्रैंड अम्बेसडर बनकर उभरें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व
में पुलिस का कार्य लोगों के प्रति अपराध की रोकथाम, अपराधियों को सजा
देना होता था, लेकिन समाज के विस्तारीकरण से पुलिस के सामने नई चुनौतियां
आई हैं। उन्होंने कहा कि विकासात्मक व कल्याणकारी गतिविधियां सफलतापूर्वक
तभी पहुंचाई जा सकती हैं जब कानून एवं व्यवस्था की नींव मजबूत हो। उन्होंने
कानून एवं व्यवस्था की स्थिति प्रशासन की कार्यप्रणाली और ढांचे को
प्रभावित करती हैं, इसके अतिरिक्त बड़े सामाजिक और राजनीति बदलाव पर भी
प्रभाव डालती है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में
पुलिस आरक्षियों के एक हजार पदों को भरने के लिए भी मंजूरी प्रदान की है,
लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण भर्ती प्रक्रिया में देरी हुई है।
उन्हांेने कहा कि इस प्रक्रिया को शीघ्र ही पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री
ने महाविद्यालय में बेहतर आधारभूत संरचना के विकास और सुदृढ़ीकरण के लिए
पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह को आगामी पांच वर्षों के लिए प्रति वर्ष
10 करोड़ रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने नूरपुर में अतिरिक्त पुलिस
अधीक्षक कार्यालय (एएसपी) खोलने की भी घोषणा की।
जय राम ठाकुर ने 1.75 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित प्रशिक्षु आवासीय भवन का भी उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री
ने आवश्यक कार्यों व गतिविधियों के लिए आपदा प्रबन्धन निधि से पुलिस बल को
1,37,80,650 रुपये प्रदान करने की भी घोषणा की। उन्होंने इनहाउस हेलीपेड
की ओर जाने वाली सड़क को शीघ्र पक्का करने की भी घोषणा की।
जय राम
ठाकुर ने इस अवसर पर सर्वश्रेष्ठ परिविक्षाधीन परिवेक्षकों को भी पुरस्कृत
किया। पुलिस उप-अधीक्षक पर्यवेक्षक में प्रणव चैहान तथा पुलिस उप-निरीक्षक
में नवनीत सैनी को सर्वश्रेष्ठ चुना गया।
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