शिमला। प्रदेश में प्रदर्शनों का दौर खत्म नहीं हो रहा है। कुछ समय पहले शिक्षा मित्रों ने प्रदर्शन व अनशन किया था और उसके बाद महिला शिक्षकोें ने। अब बारी है जलवाहक कम सेवादार कर्मचारियों की जिन्होंने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सेवादार कर्मचारी महासंघ शिक्षा विभाग महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष गजिंद्र कुमार ने 4 सितंबर तक जलवाहकों को नियमित नहीं किए जाने की स्थिति में अनशन पर बैठने का फैसला लिया है। संघ का कहना है कि 14 वर्ष नौकरी करने के बाद भी अब तक कर्मचारियों को नियमित नहीं किया गया है। कर्मचारी कई सालों से जलवाहक स्वास्थ्य, पशुपालन, आईपीएच, बागवानी विभाग में सेवाएं दे रहे हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
विभागीय अफसर अनदेखी करते हुए उन्हें नियमित नहीं कर रहे हैं। नियमित करने की मांग को लेकर शिमला, चंबा, सिरमौर, कुल्लू और मंडी जिला के करीब 1200 जलवाहक शिमला के चक्कर काटने को विवश हैं। संघ ने 14 वर्ष पूरे कर चुके जलवाहकों को नियमित करने, आठवीं से कम पढ़े जलवाहकों को छूट देकर नियमित करने व 1900 रूपए की पगार को 3500 रुपये दिए जाने की मांग की है।
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