धर्मशाला। कांगड़ा जिले के उप-मंडल धर्मशाला के झियोल गांव के संदीप कुमार ने अपने घर का सपना संजोया था, लेकिन उनकी माली हालत ऐसी न थी कि वे अपना मकान बनाने का सपना पूरा कर पाते। उनके पास जमीन तो थी लेकिन कोई आमदनी न होने के कारण मकान का निर्माण सम्भव नहीं दिख रहा था। गांव के प्रधान ने उन्हें प्रदेश सरकार की गृह निर्माण योजना के बारे में बताया तो उन्हें कुछ आशा की किरण नजर आई।
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धन की कमी के कारण मकान बनाने में असमर्थ संदीप कुमार के लिए हिमाचल सरकार की गृह निर्माण अनुदान योजना वरदान सरीखी सिद्ध हुई। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की और से संदीप कुमार को गृह निर्माण के लिए एक लाख 30 हजार रुपए अनुदान के रूप में प्राप्त हुए। सरकारी सहायता से घर का सपना पूरा होते देख संदीप कुमार और उनका परिवार आज बेहद खुश है और प्रदेश सरकार का आभारी भी है। जिले भर में सैंकड़ों परिवार सरकारी सहायता से अपने आशियाना बना रहे हैं। सभी परिवार घर के निर्माण के लिये प्राप्त सरकारी सहायता से काफी खुश हैं।
अपना आशियाना बनाने का हर कोई सपना संजोता है और उसे पूरा करने के लिए मेहनत भी करता है। प्रदेश के गरीब लोगों के लिए गृह निर्माण अनुदान योजना वरदान सिद्ध हो रही हैं। सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी वर्गों एवं क्षेत्रों में होने से प्रदेश का सर्वांगीण विकास हो रहा है तथा सभी लाभों को लाभार्थियों तक पहुंचाकर उनके जीवन मेें बदलाव आ रहा है। कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम आदमी और जन-जन तक पहुंचे इसके लिए विशेष प्राथमिकता दी जा रही है। कांगड़ा जिला में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से गरीब और असहाय लोगों के उत्थान और उनके विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाओं का क्रियांवयन किया जा रहा है।
गृह निर्माण अनुदान योजना के अन्तर्गत पात्र परिवारों को नया मकान बनाने के लिए मिलने वाली अनुदान राशि 1 लाख 30 हजार रुपए तथा मकान की मरम्मत के लिए 25 हजार रुपए की राशि प्रदान की जा रही है। प्रदेश सरकार ने मंत्रीमंडल की बैठक में गृह निर्माण अनुदान योजना के अन्तर्गत पात्र परिवारों को मिलने वाली अनुदान राशि को 1 लाख 30 हजार से बढ़ाकर 1 लाख 50 हजार रुपए तथा मकान की मरम्मत के लिए 25 हजार रुपए से बढ़ाकर 35 हजार रुपए करने का निर्णय लिया है।
कांगड़ा जिला में गृह निर्माण अनुदान योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्ग के समस्त पात्र लोगों के उत्थान के लिए कल्याण विभाग के माध्यम से वर्तमान वित्त वर्ष में 31 दिसम्बर, 2019 तक 4 करोड़ 21 लाख 5 हजार रूपए व्यय कर 321 पात्र लोगों को लाभान्वित किया गया है।
क्या कहती हैं संदीप की पत्नी रीना देवी: संदीप की पत्नी रीना देवी का कहना है कि संदीप कुमार पेटियां बनाने का कार्य करते हैं। उनकी इतनी आमदनी नहीं थी कि हम घर बनाने का सपना पूरा कर पाते। गावं में पुराना घर था जो लगभग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका था। घर में पति के अलावा संदीप की माता तथा दो बच्चे हैं। ऐसे में परिवार के साथ टूटे घर में रहना खतरे से खाली नहीं था। उनका कहना है कि वह और उनका पूरा परिवार प्रदेश सरकार का आभारी है जिनकी वजह से आज उनका अपने घर का सपना पूरा हुआ है और वे परिवार सहित खुशी-खुशी अपने घर में रह रहे हैं।
क्या कहते हैं जिला कल्याण अधिकारी: जिला कल्याण अधिकारी असीम सूद का कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए चलाई गई कल्याणकारी योजनाएं वरदान साबित हुई हैं। इन योजनाओं की सहायता से न केवल गरीब एवं कमजोर वर्ग के लोगों के जीवन में परिवर्तन आया है, बल्कि उनको एक सम्बल भी मिला है।
क्या कहते हैं उपायुक्त: उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति का कहना है कि जिले में जनकल्याण योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाना सुनिश्चित बनाया गया हैै। वे बताते हैं कि गृह निर्माण अनुदान योजना के अन्तर्गत जिला प्रशासन एवं सम्बन्धित विभाग द्वारा पात्र परिवारों को तुरन्त लाभ प्रदान करने पर बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गरीब लोगों के जीवन स्तर मे सुधार एवं उत्थान में यह योजना काफी कारगर सिद्ध हुई है।
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