शिमला। राज्य के जनजातीय, कठिन और दुर्गम क्षेत्रों में तैनात शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारियों के तबादलों को लेकर राज्य सरकार सख्त हो गई है। इन क्षेत्रों में तैनात कर्मचारी यदि अपना तबादला करवाना चाहते हैं तो इसके लिए उन्हें पहले विकल्प देना होगा। अब इन क्षेत्रों से शिक्षक व कर्मचारी तभी रिलीव होंगे, जब रिलीवर ज्वाइन कर लेगा। विकल्प दिए बगैर किसी भी शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारी का तबादला नहीं होगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
ज्वाइंट डायरेक्टर उच्चतर शिक्षा डा. सोनिया ठाकुर ने इस संबंध में डिप्टी डायरेक्टर, प्रिंसिपल, हैडमास्टर को सर्कुलर जारी किया है। उन्होंने कहा कि इन आदेशों का सख्ती से पालन किया जाए। कार्मिक विभाग की ओर से हाल ही में सभी विभागों के प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों, मंडलायुक्तों, उपायुक्तों को इस संबंध में आदेश प्रेषित किए गए हैं।
क्यों लिया फैसला
कर्मचारियों के तबादलों को लेकर 2013 में कंप्रेहेसिव गाइडिंग प्रिंसिपल तैयार किए थे। उसी साल कार्मिक विभाग की ओर से ऑफिस मेमोरेंडम भी भेजा गया था, लेकिन मौजूदा सरकार के नोटिस में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें इन निर्देशों की अवहेलना की गई है। दुर्गम क्षेत्रों से कर्मचारी बिना रिलीवर दिए सामान्य इलाकों के लिए ट्रांसफर हो रहे हैं। नतीजतन इनमें कर्मचारियों के हजारों पद खाली हो गए हैं। नए निर्देशों में कहा गया कि खासकर कबायली क्षेत्रों में विभिन्न श्रेणियों के बड़े पैमाने पर पद रिक्त हो गए हैं। कर्मचारी किसी न किसी रूप में यहां से दूसरी जगह जा रहे हैं। जहां से ये बदले जा रहे हैं, वहां के कार्यालयों का कामकाज प्रभावित हुआ है।
अभिनेता गोविंदा की राजनीति में एंट्री: CM एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
मुजफ्फरनगर में पहले लगता था कर्फ्यू, अब निकल रही कांवड़ यात्रा : योगी
Daily Horoscope