शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को अपने नौ सदस्यीय मंत्रिमंडल में छह विधायकों को मुख्य संसदीय सचिव (सीपीएस) नियुक्त किया। इसके साथ ही, उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में 7 नए विधायकों को शामिल किया। 11 दिसंबर को उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के उन्होंने शपथ ली थी। इसके बाद से ये पहला मंत्रिमंडल विस्तार है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सुक्खू ने यहां मुख्य संसदीय सचिवों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके नाम हैं -- सुंदर सिंह ठाकुर, मोहन लाल ब्राक्टा, राम कुमार चौधरी, आशीष बुटेल, किशोरी लाल और संजय अवस्थी।
महज एक महीने पुरानी कांग्रेस सरकार ने रविवार को अपने पहले कैबिनेट विस्तार में सात मंत्रियों को शामिल किया, जिनमें पहली बार चुने गए और अनुभवी विधायक शामिल हैं। सबसे उम्र दराज 82 वर्षीय कर्नल धनी राम शांडिल हैं, जो तीन बार के विधायक और पूर्व संसद सदस्य हैं।
मंत्रिमंडल में सबसे युवा 33 वर्षीय विक्रमादित्य सिंह हैं, जो छह बार के मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के बेटे हैं। उनकी मां और सांसद प्रतिभा सिंह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे थीं।
राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर ने यहां कैबिनेट स्तर के सात नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
अन्य नए शामिल मंत्रियों में छह बार के विधायक चंद्र कुमार, 78 वर्षीय प्रोटेम स्पीकर, छह बार के विधायक हर्षवर्धन चौहान, चार बार के विधायक जगत सिंह नेगी, चार बार के विधायक रोहित ठाकुर और तीन बार के विधायक अनिरुद्ध सिंह हैं।
--आईएएनएस
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