शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ब्रिटिश काल के पठानकोट-जोगिदरनगर रेलमार्ग (नैरो गेज) पर बुधवार को हाईस्पीड ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिससे बैजनाथ और पठानकोट के बीच का सफर पहले के अपेक्षा दो घंटे कम हो गया है। पहले दोनों शहरों के बीच की दूर तय करने में सात घंटे 15 मिनट का समय लगता था। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
ठाकुर ने कहा कि तीव्रगामी ट्रेन के परिचालन से इलाके में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा, हम रेल ट्रैक के अपग्रेडेशन का मुद्दा रेलमंत्री के सामने रखेंगे। ट्रेन में चार कोच लगाए गए हैं जिनमें एक प्रथम श्रेणी कुर्सीयान शामिल है। ट्रेन के चार पड़ाव क्रमश: पालमपुर, नगरोटा, कांगड़ा और ज्वालामुखी शहर हैं।
मंडल रेल प्रबंधक विवेक कुमार ने कहा कि इस खंड में परिचालित सभी ट्रेनों का नवीकरण किया गया है और पालमपुर स्टेशन पर हेरिटेज गैलरी बनाई गई है। पठानकोट और जोगिंदरनगर के बीच 26 स्टेशनों पर मुफ्त वाईफाई की सुविधा प्रदान की गई है।
पंजाब स्थित पठानकोट और हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला स्थित जोगिदरनगर के बीच 165 किलोमीटर लंबे रेलमार्ग को कभी यूनेस्को विरासत स्थल घोषित करने के लिए प्रस्तावित किया गया था। ब्रिटिश सरकार ने 1932 में पठानकोट-जोगिदरनगर रेलवे लाइन बिछाई थी। हर साल भारी संख्या में पर्यटक हिमालय के मनोरम नजारे का आनंद लेने के लिए ट्रेन की सवारी करते हैं।
--आईएएनएस
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